



रेलवे टिकट पर ऑपरेशन सिंदूर का प्रचार, पीएम की तस्वीर को लेकर कांग्रेस-भाजपा आमने-सामने
भोपाल। भारतीय सेना द्वारा आतंकवादियों के खिलाफ किए गए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद अब यह मामला राजनीतिक विवाद का रूप लेता दिख रहा है। मध्य प्रदेश में यह विवाद तब भड़का जब भारतीय रेलवे के रिजर्वेशन टिकट पर ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का संदेश और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर छपी नजर आई।
इस पर कांग्रेस ने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए केंद्र सरकार पर सेना की उपलब्धियों का राजनीतिक लाभ उठाने का आरोप लगाया है। मध्य प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने इस मुद्दे पर सोशल मीडिया पोस्ट करते हुए लिखा कि “रेलवे टिकट पर सेना की जगह प्रधानमंत्री की तस्वीर लगाकर पराक्रम को एक उत्पाद की तरह बेचा जा रहा है।”
सिंघार ने आगे आरोप लगाया कि केंद्र सरकार पहले भी कोविड वैक्सीन सर्टिफिकेट, पुलवामा हमले और बालाकोट एयर स्ट्राइक जैसे मुद्दों पर राजनीतिक लाभ उठाने की कोशिश कर चुकी है। उन्होंने इसे “आपदा को अवसर में बदलने” की मिसाल बताया।
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इस पर भाजपा ने तुरंत पलटवार करते हुए कांग्रेस पर सेना के सम्मान को लेकर दोहरे मापदंड अपनाने का आरोप लगाया। भाजपा प्रवक्ता डॉ. हितेष वाजपेयी ने कहा कि कांग्रेस ने सार्वजनिक रूप से ऑपरेशन सिंदूर का समर्थन किया है, फिर प्रचार पर आपत्ति क्यों? उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस के शीर्ष नेताओं ने सेना की कार्रवाई की सराहना की थी, लेकिन कुछ नेता अब इसका विरोध कर राजनीतिक लाभ उठाना चाह रहे हैं।

डॉ. वाजपेयी ने यह भी जोड़ा कि कांग्रेस के कुछ नेताओं द्वारा ‘ऑपरेशन सिंदूर’ नाम पर धार्मिक प्रतीकों का हवाला देते हुए सवाल उठाना राष्ट्रीय सुरक्षा के प्रति उनकी गंभीरता पर सवाल खड़े करता है। उन्होंने कहा कि अगर कांग्रेस नेताओं को अभियान के प्रचार से समस्या है, तो उन्हें स्पष्ट करना होगा कि क्या अब भी पाकिस्तान को लेकर कोई नरम भावनाएं बाकी हैं?
रेलवे टिकट पर लिखा गया है—“ऑपरेशन सिंदूर ने आतंक के खिलाफ लड़ाई में एक नई लकीर खींची है। एक नया पैमाना, न्यू नॉर्मल तय किया है।” टिकट के निचले हिस्से में प्रधानमंत्री मोदी का राष्ट्र के नाम संबोधन (12 मई 2025) भी उल्लिखित है।
इस पूरे विवाद के बीच भाजपा और कांग्रेस के बीच बयानबाज़ी तेज हो गई है, जिससे साफ है कि आने वाले समय में यह मुद्दा और अधिक राजनीतिक रंग ले सकता है।