


भारतीय वायुसेना और थलसेना की देसी ताकत ‘आकाश’ मिसाइल बनी पाकिस्तान के ड्रोन की काल
ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारत ने पाकिस्तान को करारा जवाब देते हुए सीमा पार से आए ड्रोनों और मिसाइलों को हवा में ही नष्ट कर दिया। जम्मू से जैसलमेर तक भारतीय सेना और एयरफोर्स द्वारा तैनात स्वदेशी आकाश मिसाइल सिस्टम ने एस-400 जैसे एडवांस डिफेंस सिस्टम के साथ मिलकर पाकिस्तान के 26 से अधिक ड्रोनों को निशाना बनाया। आकाश मिसाइल कुछ ही सेकेंड में 25 किलोमीटर दूर तक उड़ते लक्ष्य को भेदने में सक्षम है।
जैसलमेर में परीक्षण से सिद्ध हुई आकाश की ताकत
2019 में जैसलमेर के पोकरण में वायु शक्ति युद्धाभ्यास के दौरान आकाश का सफल परीक्षण हुआ था। इसके बाद 2022 में ‘आकाश-नेक्स्ट जेनरेशन’ का ट्रायल किया गया, जो 80 किलोमीटर दूर तक हमला करने में सक्षम है। गत वर्ष DRDO और वायुसेना ने ‘समर’ मिसाइल सिस्टम का भी परीक्षण किया, जो पुराने विदेशी सिस्टम्स का स्वदेशी विकल्प है।
पाकिस्तान के ड्रोन हमले और भारत की जवाबी कार्रवाई
ऑपरेशन सिंदूर के बाद बौखलाए पाकिस्तान ने जम्मू, पंजाब, राजस्थान और गुजरात में लगातार चौथे दिन ड्रोन और मिसाइल हमले किए। जम्मू के आरएस पुरा क्षेत्र में पाक गोलाबारी में एक और नागरिक की मौत हो गई, जिससे मृतकों की संख्या बढ़कर 5 हो गई।
भारतीय सेना का मुंहतोड़ जवाब
भारतीय सेना ने कच्छ क्षेत्र में एल-70 गन से पाकिस्तानी ड्रोन को मार गिराया। बीएसएफ ने जम्मू के सियालकोट क्षेत्र में आतंकी लॉन्च पैड को ध्वस्त कर पाकिस्तान को भारी नुकसान पहुंचाया। श्रीनगर, राजौरी, उधमपुर, और सिरसा जैसे कई इलाकों में मिसाइलों के टुकड़े और विस्फोटों की गूंज सुनी गई, लेकिन भारतीय नागरिकों ने सेना के साथ खड़े होकर एकजुटता दिखाई।
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एयर डिफेंस में भारत की बढ़ती ताकत:
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एस-400 (रूस): 400 किमी मारक क्षमता
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आकाश (भारत): 25–40 किमी
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बराक-8 (भारत-इजराइल): 70–80 किमी
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स्पाइडर (इजराइल): 10–15 किमी
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इग्ला-6 (रूस): 5–6 किमी
रक्षा मंत्रालय में उच्च स्तरीय बैठक
गंभीर हालात को देखते हुए तीनों सेनाओं के प्रमुखों ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ बैठक की। वहीं विदेश मंत्रालय ने भी प्रेस कॉन्फ्रेंस की घोषणा की है। भारत ने स्पष्ट किया है कि देश की संप्रभुता की रक्षा के लिए हरसंभव कदम उठाए जाएंगे।