


राजस्थान में शुरू होगी ई-डिटेक्शन प्रणाली, ऑनलाइन कटेगा चालान और सीधे मोबाइल पर पहुंचेगी सूचना
राजस्थान में अब ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन पर ई-डिटेक्शन सिस्टम के जरिए वाहनों का ऑनलाइन चालान काटने की तैयारी है। परिवहन विभाग ने इस प्रणाली के लिए लगभग सभी तैयारियाँ पूरी कर ली हैं और उम्मीद है कि इसी माह से इसे लागू कर दिया जाएगा।
इस नई व्यवस्था के तहत अगर किसी वाहन का फिटनेस, बीमा, परमिट या अन्य जरूरी दस्तावेज अधूरे पाए जाते हैं, तो वाहन स्वामी को उसके पंजीकृत मोबाइल नंबर पर चालान की सूचना सीधे भेजी जाएगी। इसके साथ ही वह व्यक्ति ऑनलाइन ही जुर्माना भी जमा कर सकेगा।
राजधानी जयपुर से होगी शुरुआत
ई-डिटेक्शन की शुरुआत राजधानी जयपुर से की जाएगी और बाद में इसे प्रदेश के अन्य हिस्सों में भी विस्तार दिया जाएगा। इससे पहले राजस्थान के कुछ प्रमुख शहरों में ट्रैफिक पुलिस द्वारा ऑनलाइन चालान की प्रक्रिया शुरू की जा चुकी है, पर वह सीमित क्षेत्र में ही लागू है।
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कैसे काम करेगा ई-डिटेक्शन सिस्टम
यह प्रणाली राज्य में स्थित सभी एनएचएआई टोल प्लाजा से गुजरने वाले वाहनों की सूचना एकत्र करेगी। इसके बाद उस वाहन के दस्तावेजों की वैधता को विभागीय पोर्टल पर मौजूद रिकॉर्ड से मिलाकर, यदि कोई नियम उल्लंघन मिलता है, तो उसी आधार पर कार्रवाई की जाएगी।
आरसी में मोबाइल नंबर दर्ज कराना जरूरी
इस व्यवस्था के सुचारु संचालन के लिए परिवहन विभाग वाहन के रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट (आरसी) में मोबाइल नंबर दर्ज कराने का अभियान भी चलाने जा रहा है। अब तक अधिकांश आरसी में मोबाइल नंबर न होने के कारण वाहन स्वामी तक सूचना पहुँचाना मुश्किल हो रहा था। लेकिन मोबाइल नंबर दर्ज होने पर चालान की जानकारी सीधे फोन पर मिल सकेगी।
राजस्व बढ़ने की उम्मीद
परिवहन विभाग का मानना है कि इस ई-डिटेक्शन प्रणाली से न सिर्फ ट्रैफिक नियमों का बेहतर पालन होगा, बल्कि विभागीय राजस्व में भी उल्लेखनीय बढ़ोतरी होगी।