Khabar21
  • होम
  • बीकानेर
  • राजस्थान
  • देश-दुनिया
  • व्यापार
  • मनोरंजन
  • धार्मिक
  • करियर
  • खेल
Reading: अगर आप करते है अनंत चतुर्दशी का व्रत तो पढ़े पूजा करने की पूरी विधि
Share
Aa
Aa
Khabar21
  • होम
  • बीकानेर
  • राजस्थान
  • देश-दुनिया
  • व्यापार
  • मनोरंजन
  • धार्मिक
  • करियर
  • खेल
Search
  • होम
  • बीकानेर
  • राजस्थान
  • देश-दुनिया
  • व्यापार
  • मनोरंजन
  • धार्मिक
  • करियर
  • खेल
Follow US
Khabar21 > Blog > धार्मिक > अगर आप करते है अनंत चतुर्दशी का व्रत तो पढ़े पूजा करने की पूरी विधि
धार्मिक

अगर आप करते है अनंत चतुर्दशी का व्रत तो पढ़े पूजा करने की पूरी विधि

editor
editor Published September 9, 2022
Last updated: 2022/09/09 at 8:49 AM
Share
SHARE
Share News

जयपुर। भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी को अनंत चतुर्दशी मनाई जाती है। यह दिन भगवान विष्णु को समर्पित किया जाता है, साथ ही इस दिन गणेश प्रतिमाओं का विसर्जन भी किया जाता है। अग्नि पुराण के अनुसार अनंत चतुर्दशी के दिन भगवान विष्णु के अनंत रूप की पूजा की जाती है। इस पूजा में भगवान विष्णु के साथ अनंत सूत्र भी पूजा जाता है। जानिए क्या करें इस दिन…
पूजा और व्रत की विधि (पुरी के ज्योतिषाचार्य डॉ. गणेश मिश्र के मुताबिक)
1. इस दिन सबसे पहले स्नान करने के बाद स्वच्छ वस्त्र धारण करके व्रत का संकल्प लें।
2. यदि बन सके तो एक स्थान को या चौकी आदि को मंडप रूप देकर उसमें भगवान की सात फणों वाली शेष स्वरूप अनंत की मूर्ति स्थापित करें। उसके आगे 14 गांठ का अनंत दोरक रखें और नवीन आम्र पल्लव एवं गंध, पुष्प, धूप, दीप, और नैवेद्यादि से पूजन करें ।
3. पूजन में पंचामृत, पंजीरी, केले, और मोदक आदि का प्रसाद अर्पण करके इस मंत्र के साथ प्रभु को नमस्कार करें।
4. पूजा में रखे गए इस सूत्र को पुरुष दाहिने हाथ में और स्त्रियां बाएं हाथ में बांधती हैं। पूजन के दौरान जब अनंत सूत्र बांध लें तो उसके बाद किसी ब्राह्मण को नैवेद्य में बने पकवान देकर स्वयं सपरिवार प्रसाद ग्रहण करें।
5. पूजा में व्रत की कथा जरूर सुनें। स्मरण रहे कि नियमों के पालन के साथ ही इस पूजा का पुण्य फल पाया जा सकता है।
मंत्र:
नमस्ते देव देवेश नमस्ते धरणीधर।
नमस्ते सर्वनागेन्द्र नमस्ते पुरुषोत्तम।।
ये मंत्र पढ़ते हुए भगवान विष्णु को तुलसी, कमल और वैजयंती के फूल चढ़ाकर प्रणाम करें। फिर गरुड़ घंटी बजाएं। ऐसा करने से पूजा का पूरा फल मिल जाता है। साथ ही हर तरह के पाप और दोष खत्म हो जाते हैं।
पूजा के बाद विसर्जन का ये मंत्र पढ़ें
न्यूनातिरिक्त परिस्फुटानि यानीहि कर्माणि मया कृतानि।
सर्वाणि चैतानि मम क्षमस्व प्रयाहि तुष्ट:पुनरागमा।।
अर्थ: प्रभु मेरे पास जो भी कुछ था उससे मैंने आपका स्मरण किया मेरी पूजा में जो गलती हो मुझे क्षमा करें। मेरी पूजा से खुश होकर आपका पुनरागमन हो।
माना जाता है इस दिन व्रत रखकर भगवान विष्णु की पूजा करने और अनंत सूत्र बांधने से परेशानियों से मुक्ति मिलती है। शास्त्रों के मुताबिक अनंत चतुर्दशी का व्रत करने से सभी कष्ट दूर होते हैं।

Share News

editor September 9, 2022
Share this Article
Facebook TwitterEmail Print

Latest Post

बीकानेर हाईवे पर युवक से मारपीट, चैन-नगदी लूट का मामला दर्ज
बीकानेर
नोखा सड़क हादसे में मासूम की मौत, आठ घायल
बीकानेर
पानी के कुंड में मिली 17 साल की युवती की लाश, पुलिस जांच शुरू
बीकानेर
धोनी-तेंदुलकर को बॉर्डर पर भेजा जाएगा? सेना को टेरिटोरियल आर्मी का अधिकार
बीकानेर
गृह मंत्रालय का आदेश: राज्यों को मिले आपातकालीन शक्तियों के निर्देश
बीकानेर
सीमा क्षेत्र के रिक्त प्रशासनिक पदों पर तैनात हुए अधिकारी
बीकानेर
तनाव के बीच बीकानेर के सभी हॉस्टल एहतियातन खाली करवाए गए
बीकानेर
एयर डिफेंस सिस्टम: दुश्मन के हवाई हमलों से कैसे करता है सुरक्षा?
बीकानेर

You Might Also Like

धार्मिकबीकानेर

श्री राम मंदिर की पहली वर्षगांठ पर होंगे विशेष कार्यक्रम

Published January 11, 2025
धार्मिकबीकानेर

” 9 दिवसीय शिव पुराण कथा का समापन, महाराज भरत शरण का हुआ सम्मान”

Published January 7, 2025
धार्मिकबीकानेर

“शिव पुराण कथा: जीवन का सत्य, भक्ति की महिमा और मोक्ष का संदेश”

Published January 5, 2025
धार्मिकबीकानेर

“बीकानेर में शिव पुराण कथा: महाराज भरत शरण ने बताया दुखों का समाधान और शिव की महिमा”

Published January 3, 2025

© Copyright 2022, All Rights Reserved Khabar21 | Designed by Uddan Promotions Pvt. Ltd.

Join WhatsApp Group

Removed from reading list

Undo
Welcome Back!

Sign in to your account

Lost your password?