


बीकानेर.
यातायात नियमों का उल्लंघन अब वाहन चालकों को भारी पड़ सकता है। पुलिस की हाईटेक ई-चालान प्रणाली के चलते बड़ी संख्या में वाहन चालकों के चालान तो कट गए हैं, लेकिन जुर्माने की वसूली बेहद कम हो रही है। इससे न केवल सरकारी राजस्व प्रभावित हो रहा है, बल्कि वाहन चालकों के लाइसेंस व रजिस्ट्रेशन पर भी संकट मंडराने लगा है।
चालान तो कटे, लेकिन जुर्माना नहीं भरा
यातायात पुलिस के अनुसार, वर्ष 2024 में कुल 1,00,438 ई-चालान जारी किए गए, जिन पर कुल 8 करोड़ 23 लाख 75 हजार 450 रुपए का जुर्माना लगाया गया। लेकिन इसमें से केवल 1 करोड़ 11 लाख 33 हजार 700 रुपए की ही वसूली हो पाई।
इस साल महज 14,539 ई-चालानों का निस्तारण हुआ, जबकि 85,899 ई-चालान अब भी लंबित हैं।
वर्ष 2025 में भी यही स्थिति
वर्ष 2025 के पहले तीन महीनों में ही 30,980 ई-चालान किए गए। इनमें 28,371 चालान अभी भी पेंडिंग हैं। इस अवधि में कुल 1 करोड़ 83 लाख 30 हजार रुपए का जुर्माना लगाया गया, जिसमें से केवल 13 लाख 58 हजार 600 रुपए ही वसूले जा सके।
कोर्ट में भेजे गए चालान
वर्ष 2024 में 210 चालान कोर्ट में भेजे गए, जबकि 2025 के पहले तीन महीनों में यह संख्या 195 रही। अदालत में भेजे गए चालानों में से कुछ का निस्तारण हो चुका है, लेकिन बड़ी संख्या अब भी विचाराधीन है।
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वाहन चालकों के लिए जरूरी सूचना
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90 दिनों के भीतर चालान का भुगतान नहीं किया गया, तो ड्राइविंग लाइसेंस या वाहन का रजिस्ट्रेशन सस्पेंड किया जा सकता है।
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चालान 15 दिनों में नहीं भरने पर वर्चुअल कोर्ट में पेशी अनिवार्य हो सकती है।
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चालान की वसूली का अधिकार पुलिस के पास नहीं है, केवल चालान जारी करने का अधिकार है।
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समय पर जुर्माना नहीं भरने पर अतिरिक्त जुर्माना या अन्य कानूनी कार्रवाई हो सकती है।
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भुगतान के लिए मोबाइल ऐप, ई-मित्र, संबंधित थाना, कार्रवाई करने वाली टीम या कोर्ट के माध्यमों का उपयोग किया जा सकता है।
सरकार उठाएगी सख्त कदम
यातायात प्रभारी नरेश निर्वाण के अनुसार, ई-चालान की वसूली सुनिश्चित करने के लिए सरकार सख्त कदम उठाने की तैयारी में है। भुगतान की निर्धारित समय-सीमा तय की जा रही है, जिसके बाद लाइसेंस निलंबन सहित कानूनी कार्रवाई होगी।
वाहन चालकों को सलाह दी गई है कि वे समय पर जुर्माना भरकर कानूनी कार्रवाई से बचें और सड़क सुरक्षा नियमों का पालन करें।