


अयोध्या में रामलला मंदिर में श्रद्धालुओं की अभूतपूर्व भीड़ उमड़ रही है। महाकुंभ 2025 के प्रभाव से यहां रोजाना करीब 4 लाख श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं। लेकिन सुरक्षा और लॉकर की कमी के चलते अव्यवस्था बढ़ रही है।
सुरक्षा में खामियां
- श्रद्धालु मोबाइल, कैमरे, बैग और सूटकेस लेकर गर्भगृह तक पहुंच रहे हैं, जिससे सुरक्षा पर सवाल उठ रहे हैं।
- मंदिर में लगे डोर फ्रेम मेटल डिटेक्टर बंद हैं, जिससे श्रद्धालुओं की सही जांच नहीं हो पा रही।
- सुरक्षा कर्मियों को भीड़ नियंत्रित करने में कठिनाई हो रही है, जिससे अव्यवस्था की स्थिति बन रही है।
30 हजार लॉकर भी पड़ रहे कम
राम मंदिर प्रशासन ने 30,000 लॉकर लगाए हैं, जहां श्रद्धालु अपना सामान सुरक्षित रख सकते हैं। लेकिन रोजाना लाखों की संख्या में दर्शनार्थी आने से यह व्यवस्था अपर्याप्त साबित हो रही है।
वीआईपी श्रद्धालुओं को विशेष प्रवेश
- सुबह 4 बजे मंगला आरती में केवल वीआईपी श्रद्धालुओं को प्रवेश मिलता है।
- आम श्रद्धालुओं के लिए सुबह 6 बजे से रात 10 बजे तक दर्शन की अनुमति है।
- हर दिन 4-5 हजार वीआईपी श्रद्धालु भी दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं।
- मंदिर के बाहर 11 कतारें बनाई जा रही हैं, लेकिन अंदर जगह की कमी के कारण ये घटकर 5-6 रह जाती हैं।
पुलिस प्रशासन का दावा
पुलिस अधीक्षक (सुरक्षा) बलरामाचार्य दुबे ने कहा कि श्रद्धालुओं को परेशानी न हो, इसके लिए सिविल पुलिस, अर्धसैनिक बल और स्पेशल सिक्योरिटी फोर्स की तैनाती की गई है। उपलब्ध संसाधनों का पूरा उपयोग किया जा रहा है।

महाकुंभ 2025 के कारण श्रद्धालुओं की संख्या लगातार बढ़ रही है, ऐसे में राम मंदिर प्रशासन को सुरक्षा और लॉकर व्यवस्था को और मजबूत करने की जरूरत है।