जस्सुसर गेट के पास कोठारी हॉस्पिटल की ओर जाने वाली सड़क पर राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय की छात्राओं ने स्कूल को मर्ज करने के फैसले के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। छात्राओं ने सड़क जाम कर दी और शिक्षा विभाग के खिलाफ नारेबाजी की।
छात्राओं की मांग
- छात्राओं का कहना है कि उनके स्कूल में करीब 300 नामांकन थे और यह बालिका विद्यालय अलग से सुचारू रूप से चल रहा था।
- उन्होंने सवाल उठाया कि नामांकन कम नहीं होने के बावजूद स्कूल को क्यों मर्ज किया गया?
- छात्राओं ने कहा कि यह फैसला गलत है और इसे तुरंत वापस लिया जाए।
पुलिस ने किया हस्तक्षेप
- घटना की सूचना मिलते ही पुलिस टीम मौके पर पहुंची।
- पुलिस ने छात्राओं को समझाने का प्रयास किया, लेकिन छात्राएं अपने विरोध पर अड़ी रहीं।
- विरोध प्रदर्शन करीब एक घंटे तक जारी रहा।
शिक्षा विभाग का फैसला
- बीते दिनों शिक्षा विभाग ने प्रदेशभर में कम नामांकन वाले स्कूलों को मर्ज करने और बंद करने के आदेश जारी किए थे।
- इसी क्रम में इस बालिका विद्यालय को भी मर्ज करने का आदेश दिया गया था।
जनप्रतिनिधियों ने उठाई आवाज
- स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने इस फैसले को गलत बताया है।
- विधायक जेठानंद व्यास ने शिक्षा मंत्री को पत्र लिखकर स्कूल को मर्ज नहीं करने की मांग की है।
नोट:
यह घटना शिक्षा विभाग के फैसलों और छात्राओं की चिंताओं के बीच बढ़ते तनाव को दर्शाती है। छात्राओं की मांग है कि उनके स्कूल को मर्ज करने का फैसला वापस लिया जाए और उनकी शिक्षा व्यवस्था बाधित न हो।