


एयर इंडिया ने मंगलवार को घोषणा की कि विस्तारा का उसके साथ विलय अब पूरा हो गया है। इस विलय के बाद, एकीकृत एयर इंडिया 90 से अधिक गंतव्यों के लिए 5,600 से अधिक साप्ताहिक उड़ानों का संचालन करेगी, जिसमें सिंगापुर एयरलाइंस की हिस्सेदारी 25.1 प्रतिशत होगी। इस विलय से टाटा समूह के विमानन कारोबार को एक नई दिशा मिली है, जिससे कंपनी की सेवाएं और गंतव्य पहले से अधिक विस्तृत हो गए हैं।
टाटा समूह ने जनवरी 2022 में घाटे में चल रही एयर इंडिया का अधिग्रहण किया था और अब विस्तारा को एयर इंडिया में मिलाकर समूह ने अपने पुनर्गठन का एक महत्वपूर्ण चरण पूरा किया है। एयर इंडिया के सीईओ कैम्पबेल विल्सन ने बताया कि यह विलय निजीकरण के बाद एयर इंडिया समूह की यात्रा में एक मील का पत्थर है, जो टाटा समूह के लिए नई संभावनाओं के द्वार खोलता है।
अब, एयर इंडिया के बेड़े में कुल 300 विमान शामिल हैं जो 103 गंतव्यों- 55 घरेलू और 48 अंतर्राष्ट्रीय- को जोड़ते हैं। यह समूह प्रति सप्ताह 8,500 उड़ानों का संचालन कर रहा है, जिसमें एयर इंडिया, विस्तारा, और एयर इंडिया एक्सप्रेस शामिल हैं।

विस्तारा का बेड़ा ‘AI2’ कोड के तहत जाना जाएगा, और यात्रियों को विस्तारा की विशिष्ट सेवाएं उपलब्ध रहेंगी। एयर इंडिया ने यह भी घोषणा की कि अपने बेड़े में नए विमानों को शामिल कर भविष्य में परिचालन विस्तार की योजना है, जिससे यात्रियों को और अधिक गंतव्यों पर उत्कृष्ट सेवाएं मिल सकेंगी।