


उत्तर प्रदेश के बहराइच के महराजगंज इलाके में रविवार को दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान एक भयंकर हिंसा की घटना सामने आई। इस दौरान पत्थरबाजी, फायरिंग और आगजनी हुई, जिसमें एक युवक की मौत हो गई और 12 से अधिक लोग घायल हो गए। मृतक की पहचान रामगोपाल मिश्रा (24) के रूप में हुई, जिनकी पिटाई के बाद गोली मारकर हत्या कर दी गई। घटना के बाद इलाके में भारी तनाव है और स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई है।
पूजा समिति के अनुसार, दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान महराजगंज कस्बे में गाने को लेकर विवाद हुआ। दूसरे समुदाय के युवकों ने गाली-गलौज की और फिर पत्थरबाजी शुरू कर दी। इसके बाद रामगोपाल मिश्रा को उनके घर से खींचकर गोली मार दी गई। राजन नामक एक अन्य युवक भी गंभीर रूप से घायल हो गए और उन्हें मेडिकल कॉलेज में इलाज के लिए भर्ती किया गया है।
घटना के बाद पूरे जिले में हिंसा भड़क गई। प्रदर्शनकारियों ने बहराइच-सीतापुर और बहराइच-लखनऊ हाईवे जाम कर दिया। पुलिस की भारी तैनाती के बावजूद, इलाके में स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है। एसपी वृंदा शुक्ला समेत अन्य अधिकारी मौके पर कैंप कर रहे हैं। पुलिस ने घटना के मुख्य आरोपी सलमान समेत कई लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है और 20 से 25 लोगों को हिरासत में लिया गया है।

इस बीच, सीएम योगी आदित्यनाथ की सख्ती के बाद लापरवाही बरतने वाले हरदी थाने के प्रभारी सुरेश कुमार वर्मा और महसी चौकी प्रभारी शिव कुमार को निलंबित कर दिया गया है। पूजा समिति ने आरोप लगाया है कि पुलिस ने मौके पर समय से कार्रवाई नहीं की और जब हिंसा बढ़ी तो पुलिस ने दुर्गा विसर्जन में शामिल लोगों पर लाठीचार्ज किया, जिससे भगदड़ मच गई। घटना के बाद इलाके में कर्फ्यू जैसी स्थिति है और सभी स्कूल बंद कर दिए गए हैं।
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हालात की गंभीरता को देखते हुए डीजीपी प्रशांत कुमार ने एडीजी जोन गोरखपुर केएस प्रताप कुमार और डीआईजी रेंज देवीपाटन अमरेंद्र प्रताप सिंह को स्थिति नियंत्रित करने के लिए भेजा है।