


लखीमपुर खीरी जनपद के ब्लॉक नकहा के प्राथमिक विद्यालय खिंचीनपुरवा की प्रधानाध्यापक कल्पना के निलंबन से नाराज स्कूली बच्चों और उनके अभिभावकों ने मंगलवार को कलक्ट्रेट में विरोध प्रदर्शन किया। लगभग 50 से अधिक विद्यार्थियों और उनके परिजनों ने सुबह 10 बजे डीएम कार्यालय पहुंचकर शिक्षिका की बहाली की मांग की। उनका कहना है कि शिक्षिका को बिना उचित जांच और नोटिस के निलंबित कर दिया गया है और यह सब एक राजनीतिक साजिश के तहत किया गया है।
बच्चों और अभिभावकों का दावा है कि कल्पना नियमित रूप से समय पर स्कूल आती थीं और बच्चों को पढ़ाती थीं। लेकिन जांच टीम ने बिना किसी पूर्व सूचना के उन्हें निलंबित कर दिया। जब शिक्षिका स्कूल नहीं पहुंचीं तो बच्चों ने इसका पता लगाया और विरोध में कलेक्ट्रेट पहुंच गए। बच्चों ने दो टूक कहा कि जब तक उनकी “मैम” स्कूल नहीं लौटेंगी, तब तक वे भी स्कूल नहीं जाएंगे।
करीब दो घंटे तक बच्चों और अभिभावकों ने कलेक्ट्रेट में डेरा डाले रखा। डीएम की अनुपस्थिति में एसडीएम ने उनकी शिकायत सुनी और आश्वासन दिया कि मामले की जांच की जाएगी।

मामले की पृष्ठभूमि:
13 सितंबर को बीएसए प्रवीण कुमार तिवारी द्वारा नकहा ब्लॉक के प्राथमिक विद्यालय खिंचीनपुरवा का निरीक्षण किया गया था। इस दौरान स्कूल में पंजीकृत 143 में से केवल 73 बच्चे उपस्थित पाए गए। साथ ही प्रधानाध्यापक कल्पना की गैरहाजिरी और गलत सूचना देकर छुट्टी लेने के साक्ष्य मिले थे। इसके बाद बीएसए ने शिक्षिका कल्पना को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया और उनकी उपस्थिति अन्य स्कूल में दर्ज कराने के निर्देश जारी किए थे।