


लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के भाषण के बाद अब मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर बोलेंगे.
सोमवार को राहुल गांधी ने संसद में बतौर नेता प्रतिपक्ष अपना पहला भाषण दिया और उनके डेढ़ घंटे चले इस भाषण की काफ़ी चर्चा हो रही है.
पीएम मोदी आज लोकसभा में अपने तीसरे कार्यकाल में पहली बार भाषण देंगे.
बीजेपी और उसके सहयोगी दलों का आरोप है कि राहुल गांधी मे अपने भाषण में ‘हिंदुओं का अपमान’ किया.
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सदन में राहुल गांधी ने अपने भाषण में बीजेपी और उसकी राजनीति को निशाने पर लिया था.
उन्होंने राहुल गांधी ने अपने भाषण में कहा था, “शिवजी कहते हैं डरो मत,डराओ मत. अभय मुद्रा दिखाते हैं (दाहिना हाथ सीधा रखते हुए हथेली दिखाते हैं),अहिंसा की बात करते हैं लेकिन जो लोग अपने आप को हिंदू कहते हैं,वे चौबीसों घंटे नफ़रत,हिंसा और झूठ फैलाते हैं.”

राहुल गांधी के इस भाषण को बीच में रोकते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि“ये बड़ा आरोप लगा रहा हैं,नेता प्रतिपक्ष हिंदू समुदाय को हिंसक कह रहे हैं.”
इसके जवाब में तुरंत राहुल गांधी ने कहा, “सिर्फ़ नरेंद्र मोदी,बीजेपी और आरएसएस हिंदू समाज नहीं हैं,हम सब भी हिंदू हैं.”
बीजेपी ने राहुल गांधी के भाषण पर बीच-बीच में कई बार आपत्ति जताई. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर गृह मंत्री अमित शाह और रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने भी कहा कि‘उन्हें सदन से इस बयान पर माफ़ी मांगनी चाहिए.’
राहुल गांधी ने अपने भाषण में धर्म,मंहगाई,अग्निवीर योजना, नीट पेपर लीक केस और किसानों के मुद्दों पर बात की.