बीकानेर। सरस डेयरी बूथ के नाम पर शहर में एक बार फिर से कब्जों की अमरबेल बढऩे लगी है। पिछले कुछ दिनों में पीबीएम हॉस्पिटल रोड और आंखों की अस्पताल के आसपास सबसे अधिक कब्जे हुए हैं। इसके बावजूद नगर निगम और जिला प्रशासन के जिम्मेदार अधिकारियों ने आंखें मूंद रखी है।तत्कालीन संभागीय आयुक्त नीरज के पवन ने कब्जों के खिलाफ अभियान चलाकर शहर की ट्रैफिक व्यवस्था को पटरी पर लाने का प्रयास शुरू किया था, लेकिन उनके स्थानांतरण के बाद एक बार फिर से कब्जों की भरमार होने लगी है। आंखों के हॉस्पिटल के पास कुछ ऐसे डेयरी बूथ भी हैं, जो वर्षों से दूध-छाछ बेचने की आड़ में कब्जा जमाए बैठे हैं हाल ही में सुपर स्पेशियलिटी सेंटर के मुख्य द्वार के पास एक डेयरी बूथ रखा गया है। उरमूल डेयरी के अधिकारियों की मानें तो इस रोड पर मात्र एक डेयरी बूथ स्वीकृत है, इसके अलावा जो डेयरी बूथ बने हैं, वह अनधिकृत है। तत्कालीन संभागीय आयुक्त नीरज के पवन ने नक्श के विपरीत लगाए गए डेयरी बूथ को हटाने के साथ ही अनधिकृत डेयरी बूथ के खिलाफ कार्रवाई की थी।उरमूल डेयरी के रिकॉर्ड में फिलहाल 165 डेयरी बूथ ही स्वीकृत है। मुख्यमंत्री ने बजट घोषणा में 122 नए डेयरी बूथ अलॉट करने की घोषणा की थी, जिसमें से 22 डेयरी बूथ की स्वीकृति ही निगम प्रशासन ने डेयरी प्रशासन को सौंपी है।देर रात तक रहता है जमावड़ा
डेयरी उत्पाद बेचने की आड़ में बूथ संचालकों द्वारा देर रात तक नियम विरुद्ध बूथ खोलने से वहां रातभर संदिग्ध लोगों का जमावड़ा रहता है। बूथ संचालकों द्वारा बूथ पर सिगरेट, बीड़ी, तम्बाकू और अन्य नशीले पदार्थ बेचने पर डेयरी प्रशासन भी कई बार कार्रवाई कर चुका है।लेकिन जिला प्रशासन और निगम प्रशासन कार्रवाई करने से बच रहा है। ट्टदूध-छाछ या डेयरी उत्पादों की सप्लाई उन्हीं डेयरी बूथ को की जाती है, जिनकी स्वीकृति जिला प्रशासन करता है। हॉस्पिटल रोड, रोडवेज बस स्टैंड सहित शहर के जिन ठिकानों पर अवैध डेयरी बूथ लगे हैं, उन्हें डेयरी द्वारा उत्पादों की सप्लाई नहीं की जा रही है। अवैध डेयरी बूथ के खिलाफ कार्रवाई करने का अधिकार जिला प्रशासन के पास है। -बाबू लाल बिश्नोई, उरमूल डेयरी प्रबंध संचालक, बीकानेर
दूध-छाछ बेचने की आड़ में लोहे की दुकानें बनाईं, निगम से परमिशन नहीं, फुटपाथ पर उग रहे बूथ

