बीकानेर। करीब पौने तीन करोड़ रुपए के नकली नोट छापने के मामले में दो और अभियुक्तों की जमानत मिल गई है। इससे पहले सातअभियुक्तों को राजस्थान हाईकोर्ट जयपुर व जोधपुर से जमानत मिल चुकी है। जबकि शेष दो अभियुक्त को बीकानेर के सेशन कोर्ट से हीजमानत मिली है।पिछले साल बीकानेर में एसओजी ने बड़ी कार्रवाई करते हुए वृंदावन ऐनक्लेव के एक घर में नकली नोट छापने का कारखाना पकड़ाथा।इस मामले में पुलिस को करीब पौने दो करोड़ रुपए के नकली नोट मिले थे। इस मामले में बड़ी संख्या में अभियुक्तों की गिरफ्तारी भीहुई। अब एक साल में धीरे धीरे नौ अभियुक्तों को जमानत मिल गई। इन्हीं में एक मुनीराम उर्फ मुन्ना व केराराम प्रजापत भी हैं। सेशनन्यायालय में विचारणीय चल रहे राजस्थान के सबसे बड़े नकली नोट प्रकरण में ये जमानत हुई है। अभियुक्त मुनीराम उर्फ मुन्ना व केरारामप्रजापत पर पुलिस ने गंभीर आरोप लगाए थे। अधिवक्ता विपुल ओझा ने बताया कि गिरफ्तारी पश्चात गुरुवार को रिहाई के लिए पक्ष रखाथा। जिस पर सेशन न्यायालय बीकानेर ने जमानत स्वीकार कर अभियुक्तों को रिहा करने का फैसला सुनाया। इस मामले में अधिकांशअभियुक्तों को हाईकोर्ट से जमानत मिली है। अब तक नौ अभियुक्तों को जमानत मिली थी। इन दो को सेशन कोर्ट से जमानत मिली है।

