जोधपुर।कैंसर रोगियों की स्क्रीनिंग के लिए जल्द ही इस वैन की शुरुआत की जाएगी।कैंसर से होने वाली मौतों को रोकने के लिए चिकित्सा विभाग ने पहल की है। जिससे अब कैंसर को प्राइमरी स्टेज में पकड़ना आसान होगा। इसके लिए मोबाइल वैन की शुरुआत की गई है। जो गांव गांव जाकर ऑन द स्पॉट नि:शुल्क स्क्रीनिंग कर कैंसर मरीजों की पहचान करेगी।जोधपुर के डॉ एसएन मेडिकल कॉलेज में भी चिकित्सा विभाग की मोबाइल वैन पहुंच चुकी है। जो जल्दी जोधपुर शहर और गांव-गांव जाकर कैंसर की रोकथाम के लिए स्क्रीनिंग का काम करेगी। इसके लिए मेडिकल कॉलेज की ओर से रूट भी जारी किया जाएगा।जानकारी देते हुए एमडीएम अस्पताल के अधीक्षक डॉक्टर विकास राजपुरोहित ने बताया सीएम अशोक गहलोत के निर्देशन पर चिकित्सा विभाग की और से ये पहल की गई है। आमतौर पर ग्रामीण क्षेत्रों में स्क्रीनिग के अभाव में कई बार मरीजों को प्राइमरी स्टेज में कैंसर का पता नहीं चल पाता है।इस वैन की मदद से कैंसर की प्राइमरी स्टेज का भी पता लगाया जा सकेगा। कैंसर की फील्ड में स्क्रीनिंग टेस्ट बहुत जरूरी है। इससे स्क्रीनिंग टेस्ट हो सकेगा। मोबाइल वैन से जांच में मुंह, गले, लंग्स, सर्वाइकल जैसे प्रमुख कैंसर पता चल सकेंगे। स्क्रीनिंग में में गंभीर स्थिति का मरीज मिलता है तो उसे तुरंत मेडिकल कॉलेज से जुड़े अस्पताल में रेफर किया जाएगा।वैन के रूट की डिटेल्स जल्द जारी की जाएगी। वैन में लैब टेक्नीशियन, पैथोलॉजी के डॉक्टर, मेडिकल ऑफिसर भी रहेंगे। ये कैंसर के रोगियों की पहचान करने का काम करेगी। लोग मानते हैं की एक बार कैंसर हो जाने पर इलाज संभव नहीं है। ये मिथ है। समय पर पहचान करने से कैंसर मरीजों का भी इलाज किया सकता है। इसलिए वैन के पहुंचने पर अपनी स्क्रीनिंग जरूर करवाएं।बता दें कि राजस्थान में कैंसर के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ी है। 2020 में 70 हजार से यह संख्या मात्र दो साल में 2022 के दौरान 74 हजार पर पहुंच गई।
ऐसी होगी मोबाइल वैन
वैन में डिजिटल एक्सरे, मेमोग्राफी, ईएनटी एंडोस्कोप, कोलपोस्कोपी जैसी आधुनिक जांच की मशीन रहेंगी। पैप स्मियर, सिर और गर्दन के परीक्षण के लिए वीडियो एन्डोस्कॉपी होगी। विशेषज्ञ डॉक्टर से परामर्श भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से दी जाएगी। इसमें बिरला सॉफ्ट एंड डब्ल्यूजेसीएफ की ओर से सर्वाइकल कैंसर की स्क्रीनिंग करने वाला वीआईए उपकरण व प्री कैंसर का उपचार करने वाली थर्मल एब्लेशन डिवाइस भी रहेगी।जिस मेडिकल कॉलेज को मोबाइल कैंसर स्क्रीनिंग वैन उपलब्ध होगी, उसी कॉलेज को डॉक्टर, नर्सेज, लैब टेक्नीशियन और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के साथ आसपास के क्षेत्रों का शिड्यूल जारी करना होगा। निशुल्क दवा की उपलब्धता, मरीजों का रिकाॅर्ड और रेफर की जिम्मेदारी भी शामिल रहेगी।
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मेडिकल कॉलेज के सहयोग से समय-समय पर शिविर आयोजित कर स्क्रीनिंग किए जाएंगे। प्रमुख कॉमन कैंसर के मामलों में ओरल, सर्वाइकल, ब्रेस्ट, आंत, ओवरी, कोलन, बोन ट्यूमर, हेयर फॉलिकल, ब्लड कैंसर आदि की वैन में हाथों हाथ ही जांच हो जाएगी।

