


बाड़मेर। WHO ने भारत को 27 मार्च 2014 पोलियो मुक्त घोषित कर दिया गया था। लेकिन पड़ोसी देश पाकिस्तान के पोलियो मुक्त नहीं होने के कारण बाड़मेर में अभी भी पल्स पोलियो की खुराक बच्चों की दी जा रही है। इसके अंतर्गत राजस्थान के 22 जिलों में उप राष्ट्रीय टीकाकरण अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान के तहत आज रविवार को 5 साल के बच्चों को पल्स पोलियो की दवाई पिलाई गई। स्वास्थ्य विभाग ने तीन दिन करीब 4 लाख से ज्यादा बच्चों को पल्स पोलियो दवा पिलाने का टारगेट रखा है। दरअसल, उप राष्ट्रीय पल्स पोलिया अभियान के तहत कार्यशाला का आयोजन किया गया है। इसमें नर्सिंग स्टाफ, आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को ट्रेनिंग दी गई है। रविवार को बाड़मेर, बालोतरा के कुल सौ से ज्यादा सेंटर पर 5 साल तक के बच्चों को पोलियो की खुराक पिलाई जा रही है। इस कार्यक्रम के अंतर्गत जिले में करीब चार लाख से ज्यादा बच्चों को पल्स पोलियो की दवा पिलाई जाएगी। पाक-अफगान से आ सकता है वायरस जिला प्रजनन एवं शिशु स्वास्थ्य अधिकारी डॉ प्रीत मोहिन्दर सिंह के मुताबिक उप राष्ट्रीय टीकाकरण अभियान के तहत पल्स पोलियो की खुराक पिला रहे हैं। राजस्थान के 22 जिलों में बाड़मेर भी शामिल है। पोलियो का वायरस पाकिस्तान और अफगानिस्तान में है। बाड़मेर जिला नजदीक होने के कारण हमें भी खतरा लगा रहता है। इस अभियान सरकार ने उप राष्ट्रीय टीकाकरण अभियान चला रही है। भारत पोलियो मुक्त घोषित हो चुका है, लेकिन इसका वायरस पड़ोसी देशों से आ सकता है। 5 साल तक बच्चे पोलिया खुराक से वंचित नहीं रहने पाए। अभियान के तहत 4 लाख 24 हजार बच्चों को पोलियो खुराक पिलाने का टारगेट है। यह प्रोग्राम तीन दिनों तक चलेगा। 22 जिलों में तीन दिन चलेगा अभियान यह पल्स पोलियो अभियान 22 जिलों में चलाया जा रहा है। जिले में 119 सेंटर पर 25 जून को बच्चों को पल्स पोलियो की खुराक पिलाई जाएगी। 26 व 27 जून को करीब 400 टीमें घर-घर जाकर 0 से 5 वर्ष के बच्चों को पल्स पोलियो की दवाई पिलाएगी। गौरतलब है कि भारत सहित विश्व के 125 देश पल्स पोलियो मुक्त हो चुके हैं लेकिन पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान और अफगानिस्तान में अभी तक पोलियो के वायरस है। इस वजह से बाड़मेर जिले में पल्स पोलियो अभियान चलाया जा रहा है।
