


मेहंदीपुर बालाजी दौसा, का एक वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर हो रहा है। वीडियो में वर्दी में एक पुलिसकर्मी पीडि़त को धमका रहा है, कह रहा है- तू स्क्क के पास जा आया, ढ्ढत्र के पास जा आया, क्या बिगाड़ लिया मेरा, और जा आ। मैं तुझे सुप्रीम कोर्ट तक नहीं छोडूंगा। मुझे रामावतार कहते हैं। 332 और 353 का मुकदमा लगाऊंगा, चूड़ बुलवा दूंगा, तेरे सब ढोल-टापरे बिकवा दूंगा।’ मामला सिकंदरा थाना क्षेत्र की लांका चौकी इलाके का है। यह वीडियो 12 जून का बताया जा रहा है। वर्दी में पीडि़त को धमकाने वाला आरोपी पुलिस कर्मी लांका चौकी का इंचार्ज रामावतार बैरवा है। 12 जून को सिकंदरा के बहरावंडा इलाके की बढ़वाली ढाणी में रहने वाले भगवान सहाय को जब चौकी इंचार्ज धमकियां दे रहा था, तब पीडि़त के बेटे ने चुपचाप इस घटनाक्रम का वीडियो बना लिया था। हालांकि पीडि़त को धमकाने के मामले में 14 जून को दौसा एसपी संजीव नैन ने लांका चौकी इंचार्ज रामावतार बैरवा और हेड कॉन्स्टेबल सुरेश सैनी को लाइन हाजिर कर दिया था। उधार दिए पैसे मांगने पर हुआ था झगड़ा
भगवान सहाय पुत्र सुआलाल ने बताया- जरख की ढाणी (सिकंदरा) निवासी पप्पूराम सैनी को 18 साल पहले कुछ रकम उधार दी थी। जिसका 13 हजार रुपया बकाया था। भगवान सहाय पप्पूराम से अपना बकाया मांग रहा था। भगवान सहाय ने बताया कि पप्पूराम रुपए देने में आनाकानी कर रहा था। 6 मई को भगवान सहाय तगादा करने अपने बेटे के साथ बाइक पर बैठकर पप्पूराम के घर गया, उसने पैसे देने से साफ इनकार कर दिया। बल्कि भगवान सहाय और उसके बेटे से मारपीट कर डाली। दोनों बाइक वहीं छोडक़र जान बचाकर भाग आए। भगवान सहाय का आरोप है कि मारपीट के दौरान आरोपी पक्ष ने जेब में रखे 5500 रुपए भी निकाल लिए। इस बाबत सिकंदरा थाने में मामला दर्ज कराने पहुंचा तो एफआईआर नहीं ली गई। जिसके बाद कोर्ट जाकर इस्तगासे के जरिए मामला दर्ज करवाया गया। चौकी इंचार्ज ने इसलिए धमकाया भगवान सहाय ने बताया- मामला दर्ज होने के बाद मामले की जांच चौकी इंचार्ज रामावतार बैरवा को सौंपी गई। वह लगातार मुझपर राजीनामा करने का दबाव बना रहा था। साथ ही झूठे मुकदमे में फंसाने के साथ जेल में बंद करने धमकी भी देता था। चौकी इंचार्ज रामावतार बैरवा कहता था कि, ऐसी-ऐसी धारा लगाऊंगा कि 10 साल तक जेल से नहीं निकलेगा। परेशान होकर इसकी शिकायत मैंने दौसा एसपी सहित उच्चाधिकारियों से कर दी। शिकायत की तो घर आकर लात मारी
भगवान सहाय ने बताया कि उच्चाधिकारियों से शिकायत करने से बौखलाए चौकी इंचार्ज रामावतार बैरवा ने 12 जून को घर पर आकर मुझे लातों से मारा। धमकाने लगा। जिसका वीडियो मेरे बेटे ने बन लिया। वीडियो में चौकी इंचार्ज रामावतार बैरवा के साथ आए हेड कॉन्स्टेबल सुरेश सैनी ने कहा- जूते मारेंगे और बंद कर देंगे, हमारे पास पावर है, तुझे जहां जाना है वहां चला जा। चौकी इंचार्ज ने नहीं उठाया फोन इस मामले की जानकारी के लिए चौकी इंचार्ज रामावतार बैरवा से कई बार संपर्क करने की कोशिश की। लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया। इसके बाद चौकी इंचार्ज के साथ गए हेड कॉन्स्टेबल सुरेश सैनी से कई बार संपर्क करने के बाद उन्होंने बात की।
हेड कॉन्स्टेबल सुरेश सैनी ने बताया- भगवान सहाय, पप्पूराम से 5-7 हजार रुपए मांगता था। भगवान सहाय ने इस रकम के बदले एक-डेढ़ लाख रुपए जोड़ दिए थे। ऐसे में पप्पूराम ने गांव में पंचायत बुलाई। जिसमें फैसला हुआ कि पप्पूराम भगवान सहाय को 30 हजार रुपए देगा। पप्पूराम ने 30 हजार रुपए दे दिए, लेकिन भगवान सहाय की जिद थी कि पप्पूराम मेरे पैर पकड़े तब 30 हजार में फैसला होगा। इसे लेकर दोनों पक्षों में झगड़ा हो गया। जिसके चलते दोनों पक्षों ने मामला दर्ज कराया। हेड कॉन्स्टेबल सुरेश सैनी ने बताया- मामले की जांच रामावतार बैरवा कर रहे थे। मेरी ड्यूटी चौकी पर ही थी। इसलिए मैं भी उनके साथ 12 जून को भगवान सहाय के घर मामले की जांच के लिए गया था। इस दौरान भगवान सहाय के बेटे की मार्कशीट लेने पर वो हमसे उल्टा सीधा बोलने लगा। ऐसे में हमने उसे थोड़ा धमका दिया था। हेड कॉन्स्टेबल ने बताया कि, भगवान सहाय ने भी हमारे साथ गाली गलौज की थी। लेकिन उसने जो वीडियो पेश किए हैं, उसे एडिट कर पेश किया गया है। साथ ही बताया कि भगवान सहाय दर्ज मुकदमे में एक तरफा कार्रवाई करने का दबाव बना रहा था। सिकंदारा थाना इंचार्ज बोले- एडिटेड वीडियो है सिकंदरा थाना प्रभारी मनोहर लाल मीना का कहना है कि वायरल वीडियो पुराना है। इस मामले में तत्कालीन एसपी संजीव नैन ने दोनों पुलिस कर्मियों को लाइन हाजिर किया गया है। साथ ही उन्होंने बताया कि वीडियो एडिटिंग किया हुआ है। वीडियो में सिर्फ पुलिसकर्मियों द्वारा कही गई बातों को ही दिखाया गया है। जबकि सामने वाले व्यक्ति की बातें वीडियो में एडिट कर हटाई गई हैं। साथ ही वीडियो को वायरल करने के पीछे पुलिस पर दबाव बनाना बड़ी वजह है। फिलहाल मामले की जांच की जा रही है। इस मामले में एडिशनल एसपी लालचंद कायल का कहना है कि वीडियो सही है या एडिटिंग किया हुआ है। इसकी जांच की जा रही है।
