


जयपुर। पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया ने पहली बार कांग्रेस नेता सचिन पायलट के आरोपों और अनशन पर रिएक्शन दिया है। गुरुवार को डूंगरपुर के दौरे पर पहुंची राजे ने मौजूदा राजनीतिक हालातों पर इशारों ही इशारों में बहुत-कुछ कहा।
राजे ने कहा कि हमें चिंता नहीं उनकी, उन्हें चिंता हमारी है। हमारी नाव के रक्षक सुदर्शन चक्रधारी हैं। जाको राखे साइयां, मार सके न कोय। बाल न बांका कर सके, जो जग बैरी होय। भगवान ने कहा भी है कि विकट परिस्थितियों में चट्टान की तरह डटे रहो। कई अपने पराए हो सकते हैं।
पायलट पर इशारों में कहा- झूठे आरोप लगाने वालों को राजयोग नहीं मिलेगा
वसुंधरा ने एक कहानी सुनाकर इशारों-इशारों में दावा कर दिया कि पायलट कभी सीएम नहीं बन पाएंगे। उन्होंने कहा- एक गांव में एक भगवान का सच्चा भक्त और एक अधर्मी रहते थे। दोनो में लड़ाई थी, पर दोनों मंदिर जाते थे।
एक दिन अधर्मी ने पुजारी के कान में कहा कि पिछले दिनों मंदिर से जो गहने चोरी हुए थे, वह उस व्यक्ति(भक्त) ने चुराए थे। पुजारी ने मान लिया और दूसरे दिन भगवान की भक्ति में लीन उस व्यक्ति को चोर समझ मंदिर में नहीं घुसने दिया, लेकिन वो रोज आता और भगवान की सीढिय़ों पर ही ढोक लगा कर चला जाता। एक दिन वह भगवान की सीढिय़ों पर ढोक लगा कर घर जा रहा था। अचानक कार से टकरा गया।
घर आकर वह भगवान की तस्वीर के सामने बैठ कर कहने लगा भगवान धर्म की राह पर चलने वालों पर इतने संकट। भगवान बोले- जिस दिन तू गाड़ी से टकराया,वो तेरा आखिरी दिन था, पर तेरी भक्ति से तेरी मौत छोटी सी चोट में बदल गई। मेरी भक्ति के कारण तुझे एक दिन बहुत ऊंचा मुकाम मिलेगा।
भगवान ने भक्त उस अधर्मी के बारे में भी बताया कि उसके भाग्य में राजयोग था, मगर उसने मेरे भक्त पर झूठा आरोप लगा कर उसका दिल दुखाया। मेरे गहने भी उसी ने चुराए, इसलिए भाग्य में होने के बावजूद उसे राजयोग कभी प्राप्त नहीं होगा। चाहे वह कितने ही झूठे आरोपों का सहारा ले ले। कितना ही षड्यंत्र रच ले।कामयाबी अंत में तुम्हारी ही होगी।
इस दौरान राजे ने हनुमान चालीसा की चौपाई- तुम रक्षक काहूं को डरना…पढ़ते हुए कहा कि जब रक्षा करने वाला बैठा है तो फिर किसी भी संकट का डर नहीं है। कर्म करते रहो। उन्होंने कहा कि धर्म के नाम पर, जाती के नाम पर, समाज के नाम पर लोगों को लड़ाने वाले, गुमराह करने वाले कई लोग हैं। वे लोग राजनीति के लिए लड़ाते हैं और आदिवासी क्षेत्र में भोले-भाले लोग बहकावे में आ जाते हैं। उन्होंने कहा कि सभी लोग एकजुट होकर ऐसे लोगों के खिलाफ खड़े रहें।
राजे के आने से पहले चले गए सतीश पूनिया

भाजपा के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया सुबह १० बजे भागवत कथा में शामिल होने के लिए म्याला गांव पहुंचे। उन्होंने कथावाचक आचार्य उत्तम स्वामी से आशीर्वाद लिया। इस दौरान उन्होंने कहा कि वागड़ अंचल से उनका गहरा नाता है, इसलिए वो अक्सर यहां आते रहते हैं। करीब ४५ मिनट रुकने के बाद सतीश पूनिया वसुंधरा राजे के आने के करीब १ घंटे पहले ही चले गए।