जयपुर। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने गोल्ड सिल्वर पर एक्साइज ड्यूटी बढ़ाकर राजस्थान की व्यापारियों की परेशानी बढ़ा दी है। व्यापारियों का कहना है कि कोरोना काल के बाद बमुश्किल व्यापार पटरी पर आया था। लेकिन अब एक्साइज ड्यूटी बढऩे के बाद सोने और चांदी की कीमत में बढ़ोतरी हो गई। जिससे आम आदमी इन से दूरी बना सकता है। वहीं सीआईआई के राजस्थान चेयरमैन ने कहा कि सरकार ने बजट को बैलेंस करने के लिए लग्जरी सेगमेंट में टैक्सेशन बढ़ाया है।
जयपुर सर्राफा एसोसिएशन के अध्यक्ष कैलाश मित्तल ने बताया कि एक्साइज ड्यूटी बढऩे का सबसे ज्यादा असर छोटे व्यापारियों और मध्यमवर्गीय परिवार पर नजर आएगा। क्योंकि दोनों ही सोने और चांदी में लिमिटेड निवेश करते हैं। उन्होंने बताया कि एक्साइज ड्यूटी बढऩे की वजह से सोने में 300 से 400 रुपय प्रति तोले की बढ़ोतरी हो सकती है। वहीं चांदी प्रति किलो 200 रुपय तक महंगी हो सकती है। ऐसे में आम आदमी कीमती धातुओं से दूरी बना सकता है।
मित्तल ने बताया कि राजस्थान भारत का सबसे बड़ा टूरिस्ट डेस्टिनेशन है। ऐसे में हजारों की संख्या में हर साल विदेशी सैलानी भी राजस्थान आते हैं। जो राजस्थान से पारंपरिक ज्वेलरी भी खरीदते हैं। लेकिन एक्साइज ड्यूटी बढऩे की वजह से अब विदेशी मेहमान भी कम खरीदारी करेंगे। जिसका सर पूरे राजस्थान और देश की अर्थव्यवस्था पर पड़ेगा। उन्होंने कहा कि आज बजट के बाद ही सर्राफा बाजार में जहां चांदी के भाव में तेजी आ गई है। वहीं सोने की कीमत रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई है। ऐसे में आने वाले दिनों में सोना और चांदी आम आदमी की पहुंच से दूर हो सकता है।
सीआईआई के राजस्थान चेयरमैन गौरव रूंगटा ने कहा कि केंद्र सरकार ने लग्जरी सेगमेंट में टैक्सेशन बढ़ाया है। ताकि बजट को बैलेंस किया जा सके। सरकार का यह फैसला डेफिशीयेट फाइनेंसिंग को ध्यान में रखकर लिया गया है। इससे सरकार अपनी योजनाओं को पूरा करने के लिए रेवेन्यू जनरेट कर सकेगी। गोल्ड और सिल्वर पर एक्साइज ड्यूटी बढ़ाने का यह प्रमुख कारण है।उन्होंने कहा कि आम आदमी हो या व्यापारी दोनों पर एक्साइज ड्यूटी बढऩे का सीधा असर पड़ेगा भविष्य में सोने और चांदी दोनों की कीमत में इजाफा होगा। जिससे महंगाई भी थोड़ी बढ़ेगी। लेकिन इनकम टैक्स स्लैब में जो रियायत मिली है। उसमें काफी बेनिफिट मिलेगा। ऐसे में एक्साइज ड्यूटी बढऩे का आम आदमी पर बैलेंस इफेक्ट पड़ेगा।