


जयपुर। राइट टू हैल्थ बिल के विरोध में 23 जनवरी को राजस्थान में सभी प्राइवेट हॉस्पिटल में ओपीडी सर्विस को बंद रखने का फैसला किया है। प्राइवेट अस्पताल एंड नर्सिंग होम्स सोसायटी की ओर से घोषित की इस हड़ताल में इनडोर मरीजों और इमरजेंसी में आने वाले मरीजों का ट्रीटमेंट बंद नहीं होगा।
सोसायटी के सचिव डॉ. विजय कपूर ने बताया- इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) के आह्वान के बावजूद सरकार ने हमारी मांगों को नजरअंदाज करते हुए बिल को लाने की हठधर्मिता कर रही है। हमारी एसोसिएशन के अलावा डॉक्टर्स के अन्य संगठनों ने भी बिल में आवश्यक बदलाव के लिए अपने सुझाव पत्र सरकार को दिए है, लेकिन सरकार उन पर कोई विचार नहीं रही। इसके विपरित बिल को 23 जनवरी से शुरू होने वाले विधानसभा सत्र में लाकर पास करने की तैयारी कर रही है।
सरकार की इसी हठधर्मिता के विरोध में आज हमने 23 जनवरी को बंद का एलान किया है। इसके तहत प्रदेश के सभी प्राइवेट हॉस्पिटल, नर्सिंग होम्स, डायग्नॉस्टिक सेंटर्स, क्लिनिक में ओपीडी समेत दूसरी सेवाएं बंद रखी जाएगी। हालांकि इस दौरान हॉस्पिटल में भर्ती मरीजों और इमरजेंसी में आने वाले मरीजों का इलाज जारी रहेगा।
कपूर ने बताया- अगर हमारे विरोध के बाद भी सरकार के रवैये में बदलाव नहीं होता है तो हम अनिश्चितकालीन सम्पूर्ण बंद व हड़ताल के साथ समस्त सरकारी योजनाओं का संपूर्ण बहिष्कार करने के लिए सरकारी डॉक्टरों की यूनियन से अनुरोध करेंगे।
