उत्तर भारत में सर्दी के साथ ही घने कोहरे का असर दिखने लगा है। इसी को देखते हुए भारतीय रेलवे ने यात्रियों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए बड़ा निर्णय लिया है। रेलवे ने करीब तीन महीने के लिए 24 लंबी दूरी की ट्रेनों को पूरी तरह रद्द करने का फैसला किया है। यह कदम हर साल सर्दियों के मौसम में लिया जाता है, जब कोहरे के कारण रेल परिचालन पर सीधा असर पड़ता है।
रेलवे के इस फैसले से दिल्ली, पंजाब, उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल और असम जैसे राज्यों के लाखों यात्रियों पर प्रभाव पड़ेगा। रद्द की गई ट्रेनें मुख्य रूप से 1 दिसंबर 2025 से 28 फरवरी 2026 तक बंद रहेंगी। कुछ ट्रेनों का संचालन मार्च 2026 के शुरुआती दिनों तक भी निलंबित रहेगा। रेलवे ने यात्रियों से अपील की है कि यात्रा से पहले अपनी ट्रेन का स्टेटस जरूर जांच लें, ताकि किसी तरह की परेशानी से बचा जा सके।
क्यों लिया गया यह फैसला
सर्दियों में उत्तर भारत के कई हिस्सों में सुबह और रात के समय घना कोहरा छा जाता है। कई बार विजिबिलिटी बेहद कम हो जाती है, जिससे ट्रेनों को बहुत धीमी गति से चलाना पड़ता है। इसके चलते ट्रेनें घंटों देरी से चलती हैं और पूरा रेल नेटवर्क प्रभावित होता है। सबसे अहम बात यह है कि ऐसी परिस्थितियों में दुर्घटनाओं का खतरा भी बढ़ जाता है। इन्हीं जोखिमों को ध्यान में रखते हुए रेलवे ने पहले से ही यह निर्णय लिया है।
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केवल रद्द नहीं, कई ट्रेनों के फेरे भी घटे
रेलवे अधिकारियों के अनुसार, 24 ट्रेनों को रद्द करने के साथ-साथ करीब 28 अन्य ट्रेनों की फ्रीक्वेंसी भी अस्थायी रूप से कम की गई है। इससे रेलवे को समय प्रबंधन में मदद मिलेगी और बाकी ट्रेनों का संचालन अपेक्षाकृत बेहतर तरीके से किया जा सकेगा।
यात्रियों के लिए जरूरी सलाह
रेलवे ने यात्रियों को सलाह दी है कि वे अपनी यात्रा की योजना बनाते समय आधिकारिक वेबसाइट, मोबाइल ऐप या रेलवे हेल्पलाइन के जरिए ट्रेन की स्थिति की जानकारी जरूर लें। जिन यात्रियों ने पहले से टिकट बुक कर रखे हैं, उन्हें रिफंड या वैकल्पिक व्यवस्था के नियमों की जानकारी भी समय रहते प्राप्त कर लेनी चाहिए।
भारतीय रेलवे का कहना है कि यह फैसला अस्थायी है और मौसम सामान्य होते ही ट्रेनों का संचालन फिर से शुरू किया जाएगा। फिलहाल यात्रियों की सुरक्षा और रेल संचालन की सुचारु व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए यह कदम जरूरी माना गया है।


