रिव्यू पूरा होने तक निर्माण कार्य रहेगा बंद
जिला कलेक्ट्रेट में हुई बैठक के बाद संभागीय आयुक्त विश्राम मीणा और एडीजी वीके सिंह ने बताया कि किसानों की आशंकाओं को लेकर बिंदुवार समीक्षा की जाएगी। इस प्रक्रिया के पूरा होने तक ड्यून एथेनॉल प्राइवेट लिमिटेड फैक्ट्री में किसी भी तरह का निर्माण कार्य नहीं होगा। अधिकारियों ने भरोसा दिलाया कि यदि जांच में अनियमितताएं पाई गईं तो फैक्ट्री को हटाने तक की कार्रवाई की जा सकती है।
चौथे दिन भी बंद रहा इंटरनेट
इससे पहले शुक्रवार दोपहर तक फैक्ट्री के विरोध में किसानों का आंदोलन जारी रहा। चौथे दिन भी टिब्बी क्षेत्र में इंटरनेट सेवाएं बंद रखी गईं। हालात को देखते हुए पुलिस और प्रशासन पूरी तरह अलर्ट मोड में रहे।
उपद्रव के मामले में दर्ज हुए केस
आंदोलन के दौरान हुए उपद्रव के मामलों में पुलिस ने 107 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है। इनमें से अब तक 40 लोगों को हिरासत में लिया जा चुका है। प्रशासन का कहना है कि हालात सामान्य होने के बाद आगे की कार्रवाई रिव्यू रिपोर्ट के आधार पर की जाएगी।
10 दिसंबर की हिंसक घटना से बढ़ा विवाद
10 दिसंबर को किसानों ने राठीखेड़ा गांव में निर्माणाधीन ड्यून एथेनॉल प्राइवेट लिमिटेड फैक्ट्री की दीवार तोड़ दी थी। प्रदर्शनकारियों ने फैक्ट्री परिसर में घुसकर कार्यालय में आग भी लगा दी थी। इस दौरान पुलिस और किसानों के बीच जमकर पत्थरबाजी हुई, जिसमें कांग्रेस विधायक समेत 70 से अधिक लोग घायल हो गए थे। कई घायलों ने टिब्बी के गुरुद्वारे में शरण ली थी।
डर के साए में ग्रामीण, परिवारों ने छोड़े घर
हिंसा के बाद फैक्ट्री के आसपास रहने वाले करीब 30 परिवारों ने डर के चलते अपने घर छोड़ दिए। क्षेत्र में लंबे समय तक तनाव का माहौल बना रहा, जिसे देखते हुए प्रशासन को अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात करने पड़े।
किसान नेताओं की प्रतिक्रिया
किसान नेता जगजीत सिंह जग्गी ने कहा कि प्रशासन के साथ सहमति बनी है, लेकिन अभी तक कोई लिखित आश्वासन नहीं दिया गया है। उन्होंने बताया कि यदि 17 दिसंबर को हनुमानगढ़ में महापंचायत होती है तो किसान उसका समर्थन करेंगे। हालांकि यह महापंचायत अब फैक्ट्री के मुद्दे के बजाय किसानों की समस्याओं पर केंद्रित होगी। उन्होंने यह भी कहा कि रिव्यू पूरा होने तक फैक्ट्री से जुड़े विवाद में किसानों या प्रदर्शनकारियों पर दर्ज मामलों पर फिलहाल रोक रहेगी।
गुरुद्वारे में जारी रहेंगी किसान बैठकें
किसान नेताओं ने स्पष्ट किया है कि आंदोलन भले ही फिलहाल स्थगित किया गया हो, लेकिन किसानों की बैठकों का सिलसिला गुरुद्वारे में जारी रहेगा। रिव्यू रिपोर्ट के बाद आगे की रणनीति तय की जाएगी।