रेलवे ने बदला टिकट बुकिंग सिस्टम, फर्जी तत्काल बुकिंग पर लगेगी रोक
भारतीय रेलवे ने टिकट बुकिंग प्रक्रिया में महत्वपूर्ण बदलाव करते हुए तत्काल टिकट की काउंटर बुकिंग को ज्यादा सुरक्षित और पारदर्शी बनाने का निर्णय लिया है। नई व्यवस्था के तहत अब काउंटर पर तत्काल टिकट लेने वाले यात्री को अपने मोबाइल नंबर की ओटीपी वेरिफिकेशन करानी होगी। ओटीपी दर्ज करने के बाद ही टिकट कन्फर्म माना जाएगा। रेलवे का मानना है कि इससे फर्जी बुकिंग और दलालों की गतिविधियों पर रोक लगेगी, जिससे वास्तविक यात्रियों को अधिक सुविधा मिलेगी।
यह व्यवस्था कुछ दिनों के भीतर देशभर की सभी ट्रेनों में लागू कर दी जाएगी। रेलवे के मुताबिक, यह सिस्टम अक्टूबर 2025 से जनरल टिकट बुकिंग में सफलतापूर्वक चल रहा है और यात्रियों की प्रतिक्रियाएं सकारात्मक रही हैं।
चार्ट बनाने के समय में भी बड़ा बदलाव
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने ट्रेनों के चार्ट तैयार करने के समय में संशोधन को मंजूरी दे दी है। पहले चार्ट ट्रेन के प्रस्थान से 4 घंटे पहले तैयार किया जाता था, लेकिन अब इसे बढ़ाकर 8 घंटे कर दिया गया है। इस बदलाव से वेटिंग लिस्ट वाले यात्रियों को अपनी यात्रा की योजना बनाने के लिए अधिक समय मिल सकेगा।
17 नवंबर को 52 ट्रेनों पर किया गया पायलट प्रोजेक्ट सफल रहा, जिसके बाद रेलवे ने इसे सभी ट्रेनों पर लागू करने का निर्णय लिया है। यह व्यवस्था तत्काल कोटा के दुरुपयोग पर रोक लगाने के साथ-साथ ईमानदार यात्रियों को भी सहूलियत प्रदान करेगी।
- Advertisement -
कैसे काम करेगा नया ओटीपी सिस्टम
-
यात्री जैसे ही काउंटर पर तत्काल टिकट बुक करने की प्रक्रिया शुरू करेगा, उसके मोबाइल नंबर पर एक ओटीपी भेजा जाएगा।
-
उसी ओटीपी को दर्ज करने के बाद टिकट की बुकिंग पूरी मानी जाएगी।
-
रेलवे का कहना है कि यह प्रक्रिया तेज, सुरक्षित और उपयोगी है, जिससे फर्जी आईडी और अनधिकृत बुकिंग रोकी जा सकेगी।
रेलवे अधिकारियों के अनुसार, तत्काल टिकटों की मांग हमेशा ज्यादा रहती है, इसलिए काउंटर पर लंबी लाइनें लगना आम बात है। नए सिस्टम के लागू होने के बाद टिकटिंग प्रक्रिया ज्यादा सुव्यवस्थित होने की उम्मीद है।
यात्रियों को क्या होगा फायदा
-
फर्जी बुकिंग और दलालों की गतिविधियां कम होंगी।
-
वेटिंग लिस्ट वाले यात्रियों को चार्ट बनने से पहले अधिक समय मिलेगा।
-
तत्काल टिकट बुकिंग में पारदर्शिता बढ़ेगी।
-
मोबाइल वेरिफिकेशन से टिकट केवल वास्तविक यात्री को मिलेगा।

