बीकानेर जिले में मूंगफली और मूंग की एमएसपी खरीद से जुड़ी दो महत्वपूर्ण निविदाओं को रद्द कर दिया गया है। श्रीडूंगरगढ़ और बीकानेर खरीद केंद्रों पर हैंडलिंग व परिवहन कार्य के लिए जारी ये निविदाएं लंबे समय से विवादों में थीं। सोमवार को सहकार भवन में हुई निविदा कमेटी की बैठक में सर्वसम्मति से इन्हें निरस्त करने का निर्णय लिया गया।
दस्तावेजों की जांच पूरी न होने से बढ़ी कार्रवाई
उप रजिस्ट्रार डॉ. कैलाश चंद सैनी ने बताया कि दोनों समितियों की निविदाओं में भाग लेने वाली फर्मों के दस्तावेजों का सत्यापन अभी तक पूरा नहीं हो सका था। ऐसे में 24 नवंबर से राजफेड की एमएसपी खरीद प्रक्रिया शुरू होने के बावजूद इन निविदाओं को आगे बढ़ाना संभव नहीं था। इसी कारण समितियों की टेंडर प्रक्रिया को समाप्त करने का निर्णय लिया गया है।
अब समितियां स्वयं करेंगी व्यवस्था
निविदाएं रद्द होने के बाद हैंडलिंग और परिवहन की जिम्मेदारी समितियों के स्तर पर ही निभाई जाएगी। साथ ही आगे की दिशा में स्पष्टता के लिए राजफेड जयपुर को रिपोर्ट भेजकर नए निर्देश मांगे गए हैं। निविदा कमेटी में डिप्टी रजिस्ट्रार सहकारिता, जिला कोषाधिकारी, राजफेड अधिकारी, एनसीसीएफ प्रतिनिधि और संबंधित समिति के मुख्य कार्यकारी अधिकारी शामिल थे।
ब्लैकलिस्टेड फर्म को लेकर बढ़ा विवाद
बीकानेर क्षेत्र में एक ब्लैकलिस्टेड फर्म को टेंडर देने के आरोपों ने पूरे मामले को और गंभीर बना दिया था। करीब दो करोड़ रुपए की इस निविदा में अनियमितताओं की शिकायतें सामने आई थीं। बताया गया कि संबंधित फर्म का एलएनआई प्रमाणपत्र सत्यापन के लिए प्रस्तुत ही नहीं किया गया था और उसके खिलाफ कई शिकायतें पहले से लंबित थीं।
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समिति स्तर पर खरीद की तैयारी शुरू
बीकानेर क्रय-विक्रय सहकारी समिति के मुख्य व्यवस्थापक उमाकांत व्यास ने पुष्टि की कि निविदाएं सर्वसम्मति से रद्द कर दी गई हैं। उन्होंने कहा कि अब खरीद को समिति के स्तर पर संचालित करने की तैयारियां शुरू कर दी गई हैं, ताकि किसानों को एमएसपी पर खरीद की प्रक्रिया में कोई परेशानी न हो।
