उत्तर पश्चिम रेलवे ने यात्रियों की सुरक्षा को नए स्तर पर ले जाते हुए पूरे जोन के 425 रेलवे स्टेशनों को हाईटेक निगरानी से जोड़ने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। पहली बार सभी स्टेशनों पर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आधारित सीसीटीवी नेटवर्क लगाया जा रहा है, जिसकी निगरानी 28 बड़े स्टेशनों पर स्थापित होने वाले आधुनिक कमांड सेंटरों से की जाएगी। इन केंद्रों में कुल 1269 कैमरे और 143 एलईडी स्क्रीन लगाई जाएंगी, जिनके जरिये हर प्लेटफॉर्म की गतिविधि रियल-टाइम में देखी जा सकेगी।
बढ़ती सुरक्षा चुनौतियों को देखते हुए बड़ा कदम
पिछले कुछ वर्षों में रेलवे स्टेशनों पर यात्रियों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। इसके साथ ही भीड़ प्रबंधन और सुरक्षा एक बड़ी चुनौती बनकर सामने आई है। इस आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए ए-बी श्रेणी के 33 और डी-ई श्रेणी के 392 स्टेशनों पर कनेक्टेड कैमरे लगाए जा रहे हैं। इस तरह एक स्टेशन पर संदिग्ध गतिविधि होने पर उसकी जानकारी दूसरे स्टेशन से भी तुरंत देखी जा सकेगी, जिससे प्रतिक्रिया समय घटेगा और कार्रवाई तेज होगी।
किन स्टेशनों पर बनेंगे कमांड सेंटर
उत्तर पश्चिम रेलवे के चारों मंडलों में कमांड सेंटर स्थापित किए जा रहे हैं:
अजमेर मंडल: मारवाड़ जंक्शन, भीलवाड़ा, फालना, आबू रोड, ब्यावर, उदयपुर
बीकानेर मंडल: लालगढ़, सूरतगढ़, हनुमानगढ़, श्रीगंगानगर, हिसार, भिवाड़ी, सिरसा
जयपुर मंडल: रेवाड़ी, अलवर, बांदीकुई, जयपुर, गांधीनगर, फुलेरा, दौसा, सीकर, किशनगढ़
जोधपुर मंडल: जैसलमेर, नागौर, पाली, मारवाड़, बाड़मेर, जोधपुर, मेड़ता रोड, मकराना
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इन स्टेशनों पर नियंत्रण कक्षों को वातानुकूलित कंट्रोल रूम, एलईडी डिस्प्ले, सर्वर रैक और नेटवर्क इंटीग्रेशन जैसी सुविधाओं से सुसज्जित किया जा रहा है।
जीएम के निर्देश पर तेज हुआ काम
हाल ही में सुरक्षा समीक्षा बैठक में उत्तर पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक अमिताभ ने सभी मंडलों को आवश्यक जगह उपलब्ध कराने और इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार करने के निर्देश दिए थे। निर्देश मिलते ही सभी स्टेशनों पर इंस्टॉलेशन कार्य तेजी से शुरू कर दिया गया है।
निर्भया फंड से विकसित हाईटेक सिस्टम
रेलवे अधिकारियों के अनुसार यह संपूर्ण निगरानी प्रणाली रेलटेल द्वारा निर्भया फंड के तहत विकसित की गई है। इससे न सिर्फ संदिग्ध गतिविधि की पहचान तुरंत हो सकेगी, बल्कि झगड़े, चोरी, ट्रैक पर अवैध प्रवेश और किसी भी आपात स्थिति में तुरंत हस्तक्षेप संभव होगा।
त्योहारों के दौरान भीड़ नियंत्रण में बड़ी मदद
त्योहारों के समय रेलवे स्टेशनों पर यात्रियों की भारी भीड़ से निपटना प्रशासन के लिए चुनौती बन जाता है। एआई सक्षम कैमरों की मदद से भीड़ की गतिविधियां पहले से अधिक सटीकता से मॉनिटर हो सकेंगी। जयपुर जंक्शन पर हाल ही में भीड़ प्रबंधन के लिए किए गए प्रयोगों ने यह संकेत दिया है कि भविष्य में यह तकनीक ट्रेनों के सुचारु संचालन और सुरक्षा दोनों के लिए अत्यंत उपयोगी साबित होगी।
