बीकानेर। जान-पहचान का गलत फायदा उठाते हुए एक व्यक्ति को बंधक बनाने, फिरौती मांगने और ब्लैकमेल करने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। नोखा पुलिस ने पीड़ित की शिकायत पर दो नामजद आरोपियों के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जाँच शुरू कर दी है।
जानकारी के अनुसार, नोखा थाने में लालूराम नामक व्यक्ति ने अंजू और उसके पति मांगीलाल के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया है।
परिवादी लालूराम ने पुलिस को बताया कि अंजू नामक युवती उसकी पूर्व परिचित थी। 14 नवंबर को अंजू ने उसे कॉल किया और छह हजार रुपये की मांग की, जिसे लालूराम ने देने से मना कर दिया। लगातार कॉल आने के बाद, अगले दिन अंजू ने फिर फोन किया और लालूराम से उसे जेगला ढाणी से नोखा छोड़ने के लिए कहा। अंजू की बहन संजू ने भी फोन पर लालूराम को भरोसा दिलाया।
पीड़ित लालूराम मोटरसाइकिल लेकर अंजू को लेने जेगला ढाणी पहुंचा, जहाँ अंजू ने उसे एक कमरे में बैठने को कहा। अचानक, ढाणी के पीछे से अंजू का पति मांगीलाल आया और गाली-गलौज करते हुए लालूराम को एक कमरे में बंद कर दिया।
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लालूराम ने आरोप लगाया कि अंजू और मांगीलाल ने मिलकर उसे बंधक बना लिया और फिरौती के तौर पर पाँच लाख रुपये की मांग की। इतना ही नहीं, आरोपियों ने लालूराम के कपड़े उतरवाकर उसका झूठा वीडियो बनाने की कोशिश की और बलात्कार के झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी देकर ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया।
आरोपियों ने पीड़ित का मोबाइल छीन लिया और उसके भाई शिवलाल को कॉल करके 50 हजार रुपये तुरंत भेजने को कहा और मांगीलाल के नाम का एक स्कैनर भी भेजा। शिवलाल ने रकम भेजने से मना कर दिया और तुरंत नोखा थाने जाकर पुलिस को पूरे घटनाक्रम की सूचना दी।
इधर, बंधक बने लालूराम को मांगीलाल मोटरसाइकिल पर मान्याणा लेकर आया। इसी दौरान, पुलिस दल और उसका भाई शिवलाल भी मौके पर पहुंच गए। पुलिस वाहन देखते ही मांगीलाल हड़बड़ी में लालूराम का मोबाइल वहीं लौटाकर मौके से फरार हो गया।
लालूराम रात को थाने पहुंचा, लेकिन आरोपियों ने समझौता करने का दबाव बनाकर उसे तत्काल शिकायत दर्ज करवाने से रोक दिया। बाद में, आरोपियों द्वारा झूठे मुकदमे में फंसाने की लगातार मिल रही धमकियों से परेशान होकर पीड़ित ने पुनः थाने पहुंचकर विस्तृत शिकायत दर्ज करवाई। नोखा पुलिस ने अब मामला दर्ज कर लिया है और दोनों आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है।
