न्यायालय के आदेश पर खाजूवाला थाने के छह पुलिसकर्मियों पर भ्रष्टाचार और दबाव के आरोप
बीकानेर जिले के खाजूवाला थाना क्षेत्र से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां थानाधिकारी सहित छह पुलिसकर्मियों के खिलाफ न्यायालय के आदेश पर मुकदमा दर्ज किया गया है। आरोप है कि उन्होंने एक होटल संचालक से जबरन धन की मांग की और उसके होटल से सीसीटीवी रिकॉर्डिंग भी जब्त कर ली।
शिकायत के बावजूद कार्रवाई न होने पर अदालत पहुँचा पीड़ित
चक 25 बीडी निवासी राजेंद्र सिंह पुत्र हरीसिंह ने बताया कि उसने इस संबंध में एसपी, आईजी और डीजीपी कार्यालय में कई बार शिकायत दी, लेकिन किसी स्तर पर कार्रवाई नहीं हुई। अंततः उसने खाजूवाला के अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट न्यायालय में इस्तगासा दायर किया। अदालत ने प्राथमिक जांच के बाद एफआईआर दर्ज करने के आदेश जारी किए।
पुलिसकर्मियों पर लगाए गए गंभीर आरोप
एफआईआर में खाजूवाला थानाधिकारी सुरेंद्र कुमार प्रजापत, कॉन्स्टेबल रामकुमार, मुकेश, रामनिवास, मोनू सिंह, हेड कॉन्स्टेबल ईश्वर सिंह और स्थानीय व्यक्ति प्रेम शर्मा को आरोपी बनाया गया है।
परिवादी ने बताया कि 1 जुलाई 2025 की सुबह लगभग 7:15 बजे, वह अपने चक 7 एस.एस.एम स्थित होटल में बैठा था, तभी पुलिसकर्मी एक सरकारी वाहन में वहां पहुंचे। उन्होंने उसे थाने आने और “बंधी” न भेजने का कारण बताते हुए धमकाया। जब उसने विरोध किया और अपने खिलाफ दर्ज पुराने मुकदमों को झूठा बताया, तो पुलिसकर्मियों ने कथित तौर पर उस पर दबाव बनाया और उच्चाधिकारियों तक बंधी पहुंचाने की बात कही।
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एक लाख रुपये की मांग और सीसीटीवी डीवीआर जब्त करने का आरोप
राजेंद्र सिंह ने आरोप लगाया कि पुलिसकर्मियों ने उसके होटल से सीसीटीवी कैमरों का डीवीआर जब्त कर लिया और बाद में एक पुलिसकर्मी ने मामला शांत करने के लिए एक लाख रुपये की रिश्वत की मांग की।
शिकायतकर्ता के अनुसार, उसने अपने भाई से पैसे लेकर स्थानीय दुकान पर उक्त राशि पुलिसकर्मी को दी, लेकिन इसके बाद भी उसके खिलाफ झूठा मुकदमा दर्ज किया गया और डीवीआर वापस नहीं किया गया।
पूगल थाना प्रभारी को जांच सौंपी गई
न्यायालय के आदेश पर मामला खाजूवाला थाने में दर्ज किया गया और इसकी जांच का जिम्मा पूगल थाना प्रभारी (SHO) को सौंपा गया है। न्यायालय ने निर्देश दिए हैं कि आरोपों की निष्पक्ष जांच की जाए और संबंधित पुलिसकर्मियों की भूमिका स्पष्ट की जाए।
स्थानीय स्तर पर बढ़ी हलचल
घटना के बाद खाजूवाला क्षेत्र में पुलिस कार्यप्रणाली को लेकर जनता में नाराजगी और असंतोष देखने को मिल रहा है। स्थानीय सामाजिक संगठनों ने भी मामले की स्वतंत्र जांच और दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग की है।
