ब्रह्माणी मंदिर से 8 किलो की चांदी की मूर्ति चोरी करने वाला गिरोह गिरफ्तार, कई राज्यों में की वारदातें
बीकानेर। बीकानेर रेंज में मंदिरों में लगातार हो रही चोरियों का पर्दाफाश करते हुए हनुमानगढ़ पुलिस ने अंतरराज्यीय गुलेल गैंग के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया है। यह वही गिरोह है जिसने पल्लू स्थित ब्रह्माणी माता मंदिर में चोरी की वारदात को अंजाम दिया था। इस घटना में मंदिर से करीब 8 किलो की चांदी की मूर्ति सहित अन्य कीमती वस्तुएं चुराई गई थीं।
कई मंदिरों में की थी चोरी, हरियाणा तक पहुंची पुलिस जांच
पुलिस के अनुसार, इस गिरोह ने बीकानेर, हनुमानगढ़, चूरू और हरियाणा के कई मंदिरों में चोरी की घटनाएं की थीं।
गैंग के सदस्य अलग-अलग जिलों में जाकर मंदिरों की रेकी (निरीक्षण) करते थे और सुरक्षा में चूक देखकर सोने-चांदी के आभूषण, छत्र और मूर्तियां चोरी कर फरार हो जाते थे।
पुलिस ने बताया कि यह गिरोह हरियाणा और राजस्थान की सीमाओं पर अस्थायी डेरा डालकर काम करता था ताकि पहचान से बच सके।
20 अक्टूबर को ब्रह्माणी मंदिर में हुई थी बड़ी चोरी
20 अक्टूबर की रात हनुमानगढ़ जिले के पल्लू कस्बे में स्थित ब्रह्माणी माता मंदिर का ताला तोड़कर चोरों ने भीतर प्रवेश किया था।
उन्होंने मां काली की मूर्ति का चांदी का मुकुट, मां ब्रह्माणी की 8 किलो वजनी चांदी की मूर्ति, चांदी का छत्र और अन्य कीमती आभूषण चोरी कर लिए थे।
मामले की जांच थानाधिकारी विजेंद्र शर्मा के नेतृत्व में गठित विशेष टीम ने की।
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सीसीटीवी फुटेज से मिली अहम सुराग
जांच के दौरान मंदिर परिसर और आसपास के इलाकों की सीसीटीवी फुटेज खंगाली गई, जिसमें गैंग की गतिविधियां सामने आईं।
पुलिस ने पाया कि आरोपी रावतसर, सूरतगढ़, कालू, गजनेर, सरदारशहर, साहवा, गोगामेड़ी, भादरा, अलवर, बहरोड़, तिजारा होते हुए महेंद्रगढ़ (हरियाणा) पहुंचे थे।
इन सुरागों के आधार पर पुलिस टीम ने हरियाणा के रेवाड़ी और महेंद्रगढ़ जिलों में दबिश दी और तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया।
गिरफ्तार आरोपी और गिरोह की जानकारी
पुलिस ने जिन आरोपियों को पकड़ा है, उनमें शामिल हैं —
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जगत सिंह उर्फ दीपक, निवासी रेवाड़ी (हरियाणा)
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सविता, पत्नी जगत सिंह, निवासी रेवाड़ी
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पूजा पुत्री सत्यवीर, निवासी महेंद्रगढ़
इन तीनों ने पूछताछ में कबूल किया कि उन्होंने राजस्थान के कई मंदिरों में चोरी की है।
गैंग का प्रमुख सदस्य जगत सिंह, जो खुद को पुजारी के रूप में पेश करता था, मंदिरों की सुरक्षा खामियों का लाभ उठाकर चोरी की योजना बनाता था।
काली बावरिया गैंग के नाम से भी पहचाने जाते हैं आरोपी
पुलिस के अनुसार, यह गिरोह गुलेल गैंग या काली बावरिया गैंग के नाम से जाना जाता है।
इनका नेटवर्क राजस्थान, हरियाणा और उत्तर प्रदेश तक फैला हुआ है।
पुलिस का दावा है कि इस गिरोह से पूछताछ के बाद कई और मंदिरों में हुई चोरियों का खुलासा संभव है।
अभी और गिरफ्तारियां होंगी
जांच अधिकारियों का कहना है कि पकड़े गए आरोपियों के अलावा गिरोह के कुछ और सदस्य फरार हैं।
पुलिस की विशेष टीमें इनकी तलाश में हरियाणा और राजस्थान के कई इलाकों में दबिश दे रही हैं।
पुलिस को उम्मीद है कि आने वाले दिनों में अन्य चोरी की वारदातों से संबंधित कई रहस्य उजागर होंगे।
