बीकानेर/नोखा:
नोखा क्षेत्र में एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है, जिसने टोल सिस्टम की विश्वसनीयता पर सवाल खड़े कर दिए हैं। यहां एक व्यक्ति के मोबाइल पर टोल कटने का मैसेज तब आया जब उसकी टैक्सी घर की चारदीवारी के अंदर खड़ी थी। मामला तकनीकी गड़बड़ी या फास्टैग सिस्टम की गलती का बताया जा रहा है।
घर में खड़ी टैक्सी का टोल कैसे कटा?
जानकारी के अनुसार, नोखा निवासी जगदीश गोदारा की टैक्सी कई दिनों से उनके घर में खड़ी थी। शनिवार सुबह करीब 7:40 बजे उनके मोबाइल पर एक संदेश आया कि उनकी गाड़ी से नागल टोल प्लाजा (पंजाब) से ₹45 का टोल काट लिया गया है। यह देखकर वह हैरान रह गए, क्योंकि वाहन बीकानेर जिले से बाहर गया ही नहीं था।
टैक्सी मालिक ने की शिकायत
घटना से परेशान होकर जगदीश गोदारा ने टोल फ्री नंबर 1033 पर शिकायत दर्ज कराई। उन्होंने बताया कि अगर इस तरह की तकनीकी गड़बड़ियां जारी रहीं, तो ईमानदार वाहन मालिकों को अनावश्यक आर्थिक नुकसान उठाना पड़ेगा। उन्होंने टोल प्रबंधन और एनएचएआई से फास्टैग सिस्टम की तकनीकी जांच की मांग की है।
विशेषज्ञों ने क्या कहा
परिवहन विशेषज्ञों के अनुसार, इस तरह की घटनाएं तब होती हैं जब फास्टैग स्कैनिंग सिस्टम में डुप्लिकेट टैग या सर्वर एरर होता है। कभी-कभी एक ही नंबर से मिलते-जुलते टैग या गलत वाहन डेटा के कारण भी गलत कटौती हो जाती है। एनएचएआई को ऐसे मामलों में तुरंत जांच कर रिफंड की प्रक्रिया शुरू करनी चाहिए।
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फास्टैग विवाद बढ़ा
हाल के महीनों में देशभर से कई बार फास्टैग से गलत टोल कटने की शिकायतें सामने आ चुकी हैं। कई वाहन मालिकों ने बताया है कि उनकी गाड़ियां पार्क होने के बावजूद टोल कट गया। विशेषज्ञों ने सुझाव दिया है कि वाहन मालिक फास्टैग की ट्रांजैक्शन हिस्ट्री नियमित रूप से जांचते रहें और किसी भी गड़बड़ी की तुरंत शिकायत करें।
