बीकानेर/नोखा:
राजस्थान के बीकानेर जिले के नोखा क्षेत्र में नकली बायोडीजल के गोरखधंधे का मामला फिर से सामने आया है। जानकारी के अनुसार, रासीसर गांव के एक निजी स्कूल परिसर से एक पिकअप गाड़ी बरामद की गई है, जिसमें संदिग्ध ऑयल भरा हुआ था। प्राथमिक जांच में यह इंडस्ट्रियल ऑयल बताया जा रहा है, जिसे बायोडीजल के नाम पर अवैध रूप से बेचा जा रहा था।
मंत्री किरोड़ी लाल मीणा की सख्त कार्रवाई
प्रदेश के कृषि मंत्री डॉ. किरोड़ी लाल मीणा को इस गोरखधंधे की जानकारी गुप्त सूत्रों के माध्यम से मिली थी। सूचना मिलते ही मंत्री ने देर रात ही संभागीय आयुक्त को फोन कर तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए। इसके बाद नोखा थाना प्रभारी अरविंद भारद्वाज अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे और स्कूल परिसर में खड़ी संदिग्ध पिकअप को जब्त किया।
कार्रवाई की प्रक्रिया
प्राथमिक जांच में वाहन में भरा ऑयल बायोडीजल की आड़ में बेचा जा रहा इंडस्ट्रियल ऑयल प्रतीत हुआ। इस पर ईसी एक्ट के तहत कार्रवाई की संभावना जताई जा रही है। चूंकि इस अधिनियम के तहत कार्रवाई का अधिकार डीएसओ (जिला आपूर्ति अधिकारी) और सीओ स्तर के अधिकारी को होता है, इसलिए पुलिस ने इसकी जानकारी एएसपी कैलाश सिंह सांदू को दे दी है।
डीएसओ और सीओ के निर्देशानुसार वाहन को सील कर जब्त किया गया है, और ऑयल के सैंपल जांच के लिए भेजे जाएंगे। जांच रिपोर्ट आने के बाद ही यह स्पष्ट होगा कि ऑयल वास्तव में बायोडीजल था या औद्योगिक उपयोग का तेल।
- Advertisement -
मंत्री ने दिए सख्त निर्देश
मंत्री किरोड़ी मीणा ने कहा कि राज्य में बायोडीजल के नाम पर चल रहे फर्जी कारोबार को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने प्रशासन को निर्देश दिए हैं कि इस तरह की गतिविधियों पर निगरानी बढ़ाई जाए और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए।
पृष्ठभूमि
यह कोई पहला मामला नहीं है जब नोखा और आसपास के क्षेत्रों में बायोडीजल के नाम पर इंडस्ट्रियल ऑयल की अवैध बिक्री पकड़ी गई हो। पिछले कुछ महीनों में ऐसे कई मामले सामने आ चुके हैं, जिनमें फर्जी सप्लायर्स स्कूलों, गोदामों और निजी परिसरों का उपयोग भंडारण स्थल के रूप में कर रहे थे।
आगे की कार्रवाई
प्रशासन अब इस बात की जांच कर रहा है कि आखिर स्कूल परिसर में यह ऑयल भरी गाड़ी कैसे और किसकी अनुमति से खड़ी थी। पुलिस ने फिलहाल गाड़ी चालक और स्कूल प्रशासन से पूछताछ शुरू कर दी है।
