भीनासर में गौसंरक्षण को लेकर जुटे संत और गौभक्त, देवीसिंह भाटी बोले—अब आंखें दिखाने का समय
बीकानेर जिले के भीनासर गांव में आज गोचर भूमि और गौशालाओं की सुरक्षा को लेकर एक विशाल सभा आयोजित की गई। इस सभा में प्रदेशभर से सैकड़ों गौभक्त, संत-महंत और सामाजिक कार्यकर्ता शामिल हुए। कार्यक्रम में पश्चिमी राजस्थान के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री देवीसिंह भाटी मुख्य वक्ता के रूप में मौजूद रहे।
सभा के दौरान मंच से कई वक्ताओं ने गौचर भूमि के अवैध कब्जों, गौशालाओं की बदहाल स्थिति और सरकारी उपेक्षा जैसे मुद्दों पर खुलकर अपनी बात रखी। वक्ताओं ने एक सुर में कहा कि यदि सरकार ने समय रहते ठोस कदम नहीं उठाए तो राजस्थान की गौधन परंपरा खतरे में पड़ जाएगी।
भाटी ने कहा—“अब चुप रहने का नहीं, जवाब देने का वक्त है”
मुख्य वक्ता देवीसिंह भाटी ने मंच से सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि “सरकारें तो आदेश निकाल देती हैं, मगर अधिकारी उन आदेशों की पालना ही नहीं करते। ऐसी स्थिति में हमारी गाय, गोचर और गौशालाएं खतरे में हैं।”
भाटी ने जनता से आह्वान किया कि अब वक्त आ गया है जब समाज को एकजुट होकर सरकारी लापरवाही के खिलाफ आवाज उठानी होगी। उन्होंने कहा—
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“हमने हमेशा गाय और गोचर की रक्षा के लिए काम किया है। अगर प्रशासन आंख मूंदे रहेगा, तो जनता को भी अब आंखें दिखानी होंगी। सरकारों को समझना होगा कि यह भावनाओं का विषय है, राजनीति का नहीं।”
जल्द होगा बड़ा एलान
सभा के अंत में देवीसिंह भाटी ने संकेत दिया कि आने वाले दिनों में वे गौचर और गौशालाओं के संरक्षण को लेकर एक बड़ा आंदोलन छेड़ सकते हैं। उन्होंने कहा कि वे हर समय इस मिशन के लिए तैयार हैं और जल्द ही इस दिशा में एक महत्वपूर्ण घोषणा करेंगे।
संत समाज और गौप्रेमियों की एकजुटता
सभा में शामिल संतों और गौसेवकों ने भी एक स्वर में कहा कि गोचर भूमि और गौशालाओं की रक्षा समाज की नैतिक जिम्मेदारी है। उन्होंने सरकार से मांग की कि राजस्थान के प्रत्येक जिले में गौचर भूमि की सीमाएं पुनर्निर्धारित की जाएं और कब्जा मुक्त करने के लिए विशेष अभियान चलाया जाए।
