हरियाणा में मतदाता सूची को लेकर बड़ा विवाद
कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा हरियाणा के सोनीपत स्थित राई विधानसभा क्षेत्र की मतदाता सूची में गड़बड़ी के आरोपों ने सियासी हलचल बढ़ा दी है। राहुल ने दावा किया था कि राई क्षेत्र में ब्राजील की एक मॉडल की तस्वीर का उपयोग कर 22 फर्जी वोट तैयार किए गए। लेकिन ज़मीनी जांच में तस्वीरें भले गलत पाई गईं, वोटर असली निकले।
पड़ताल में निकला सच: फोटो गलत, वोट सही
संवाद न्यूज एजेंसी द्वारा की गई पड़ताल में पता चला कि जिन 22 मतदाताओं की तस्वीरें ब्राजील की मॉडल जैसी दिखाई गई थीं, उनमें से 14 लोगों ने खुद मतदान किया।
इनमें से कई मतदाताओं ने बताया कि चुनाव के दौरान अधिकारियों ने पहचान पत्र से सत्यापन के बाद उन्हें वोट डालने दिया। कुछ ने फोटो गड़बड़ी की शिकायत की थी, लेकिन बाद में सुधार का आश्वासन दिया गया।
गांव मच्छरौला, मुरथल, बारोटा, खेड़ी मन्ना जाट, कुंडली, प्याऊ मनियारी, नाहरी और सेरसा के इन मतदाताओं ने स्पष्ट किया कि वोट उन्होंने स्वयं डाला, किसी मॉडल ने नहीं।
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वोटरों के बयान से खुली सच्चाई
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पिंकी (मच्छरौला): “लिस्ट में किसी और की फोटो थी, लेकिन मैंने अपना वोट डाला।”
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विमला (बारोटा): “मेरे नाम पर दूसरी महिला की फोटो लगी थी, पर वोट मैंने दिया।”
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मुनेश (मच्छरौला): “मेरे नाम, पति का नाम और पता सही था, सिर्फ फोटो गलत थी।”
इससे स्पष्ट हुआ कि तस्वीरें गलत जरूर थीं, लेकिन मतदाता वास्तविक हैं और वोटिंग प्रक्रिया में शामिल हुए।
मकान नंबर शून्य को लेकर उठे सवाल
राहुल गांधी ने अपने आरोपों में यह भी कहा कि कई मतदाताओं के मकान नंबर “0” दर्ज हैं, जिससे पहचान सत्यापित करना मुश्किल होता है। उन्होंने दादरी निवासी नरेंद्र पुत्र शायर का उदाहरण देते हुए कहा कि उनके पास मकान होने के बावजूद वोटर सूची में मकान नंबर शून्य लिखा गया है।
पड़ताल में सामने आया कि नरेंद्र का परिवार पिछले 30 वर्षों से दादरी में रह रहा है। क्षेत्र में अधिकांश घरों को नगर परिषद ने अब तक कोई आधिकारिक मकान नंबर आवंटित नहीं किया है। यही कारण है कि मतदाता सूची और आधार कार्ड—दोनों में शून्य अंकित है।
प्रशासन और स्थानीय प्रतिनिधियों की सफाई
दादरी नगर परिषद के उपाध्यक्ष संदीप फोगाट ने स्पष्ट किया कि “नरेंद्र और उनका परिवार लंबे समय से यहां रह रहा है। सभी सरकारी दस्तावेजों में मकान नंबर शून्य है, लेकिन उनका वोट वैध है।”
चुनाव आयोग के सूत्रों के अनुसार, “मकान नंबर शून्य” केवल उन इलाकों में दर्शाया जाता है जहां नंबर आवंटित नहीं हुए हैं, न कि बेघर व्यक्तियों के लिए।
राहुल गांधी के दावे पर विपक्ष और सत्ता पक्ष आमने-सामने
राहुल गांधी ने यह भी कहा था कि हरियाणा की आठ विधानसभा सीटों पर “वोट चोरी” के चलते कांग्रेस हार गई। इनमें राई, असंध, चरखी दादरी, उचानाकलां, महेंद्रगढ़, सफीदों, घरौंडा और होडल शामिल हैं।
उन्होंने आरोप लगाया कि इन सीटों पर कांग्रेस को कुल 22,779 वोटों के अंतर से हार मिली, जबकि यदि ये मत सही होते तो परिणाम उलट सकते थे।
कांग्रेस नेताओं ने इसे “लोकतंत्र की हत्या” बताया है, वहीं भाजपा ने आरोपों को बेबुनियाद करार दिया।
युवा कांग्रेस का दावा: हजारों वोट ‘शून्य पते’ पर दर्ज
हरियाणा युवा कांग्रेस अध्यक्ष निशित कटारिया ने कहा, “हमारी जांच में हजारों वोट ऐसे मिले जिनका मकान नंबर ‘0’ दिखाया गया है। कई मृत व्यक्तियों और एक ही नाम पर दो-दो वोट दर्ज हैं।”
निष्कर्ष
पड़ताल से यह स्पष्ट होता है कि हरियाणा की मतदाता सूची में तकनीकी और प्रशासनिक त्रुटियां मौजूद हैं, परंतु इन्हें फर्जी मतदान का प्रमाण नहीं माना जा सकता। राहुल गांधी के आरोपों ने इस मुद्दे को राष्ट्रीय बहस का विषय जरूर बना दिया है, जिससे चुनावी पारदर्शिता पर फिर से चर्चा तेज हो गई है।
