स्वास्थ्य विभाग की बड़ी छापेमारी, त्योहारी सीजन में 4660 किलो मिलावटी मावा जब्त
त्योहारों के मद्देनज़र मिलावटखोरी पर लगाम कसने के लिए राजस्थान स्वास्थ्य विभाग ने बड़ी कार्रवाई करते हुए बीकानेर से अहमदाबाद भेजे जा रहे 4660 किलो मिलावटी मावा को जब्त किया है। ‘शुद्ध आहार – मिलावट पर वार’ अभियान के तहत की गई इस छापेमारी में शुरुआती जांच में मावे में स्टार्च की मिलावट की पुष्टि हुई है।
कैसे पकड़ा गया मिलावटी मावा?
मुखबिर से मिली सूचना के आधार पर सीएमएचओ डॉ. विकास मारवाल के निर्देशन में टीम का गठन किया गया। सूचना थी कि बुधवार अलसुबह बीकानेर से पाली के रास्ते अहमदाबाद के लिए बड़ी मात्रा में मावा भेजा जा रहा है।
सुबह करीब 5 बजे, टीम ने बांगड़ अस्पताल के पास खड़ी दो प्राइवेट बसों की तलाशी ली। जांच के दौरान बसों में 233 टीन मावा बरामद किए गए, जिनमें से प्रत्येक में 20 किलो मावा था।
प्राथमिक जांच में सामने आई मिलावट
मौके पर ही फूड सेफ्टी टीम ने मावे की प्रारंभिक जांच की, जिसमें उसमें स्टार्च की मिलावट पाई गई। साथ ही, सैंपल जांच के लिए लैब में भी भेजे गए हैं। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, स्टार्च युक्त मिलावटी मावा से बनी मिठाइयाँ पाचन तंत्र को नुकसान, फूड प्वाइजनिंग, और एलर्जी जैसी समस्याएं पैदा कर सकती हैं।
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क्या हुआ मावे का?
जांच में पुष्टि के बाद सभी 4660 किलो मिलावटी मावा को जब्त कर लिया गया। स्वास्थ्य विभाग द्वारा अब नियमानुसार इस माल को नष्ट किया जाएगा ताकि यह किसी भी रूप में बाजार में न पहुंचे।
डॉ. विकास मारवाल ने क्या कहा?
सीएमएचओ डॉ. विकास मारवाल ने बताया,
“त्योहारों के दौरान मिठाइयों की मांग में वृद्धि होती है, और इसी का फायदा उठाकर कुछ unscrupulous लोग मिलावटी मावा बाजार में उतारते हैं। हमारी सतर्कता इसी प्रकार की गतिविधियों पर लगाम लगाने की दिशा में एक कदम है।”
आगे की कार्रवाई
स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा मावा आपूर्तिकर्ता, बस ऑपरेटर, और संभावित व्यापारिक लाभार्थियों की पहचान की जा रही है। संबंधित लोगों के खिलाफ खाद्य सुरक्षा एवं मानक अधिनियम के तहत कानूनी कार्रवाई की जाएगी।