आयुष्मान हॉस्पिटल पर कार्रवाई की मांग को लेकर संघर्ष समिति का कलेक्ट्रेट पर जोरदार प्रदर्शन
बीकानेर। बीते एक माह से जारी विरोध प्रदर्शनों की कड़ी में मंगलवार को संघर्ष समिति ने कलेक्ट्रेट कार्यालय के बाहर पड़ाव डालकर प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों की मुख्य मांग आयुष्मान हार्ट हॉस्पिटल के खिलाफ कठोर जांच और सख्त कार्रवाई की रही।
इस प्रदर्शन में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पूर्व मंत्री बीडी कल्ला, गोविंद राम मेघवाल, महेंद्र गहलोत, युवा नेता रामनिवास कूकणा, NSUI अध्यक्ष हरिराम, पूर्व अध्यक्ष श्रीकिशन गोदारा, रामदयाल गोदारा, प्रफुल हटीला और अब्दुल सत्तार सहित कई जनप्रतिनिधियों ने भाग लिया।
हॉस्पिटल पर गंभीर आरोप, मंच से उठी जांच की मांग
प्रदर्शनकारियों ने मंच से आयुष्मान हार्ट हॉस्पिटल पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि संस्थान ने इलाज के नाम पर मरीजों से पैसे वसूल कर उनके जीवन के साथ खिलवाड़ किया है।
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पूर्व मंत्री बीडी कल्ला ने मंच से कहा कि मरीजों के जीवन को खतरे में डालने वाले अस्पताल के खिलाफ निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि ऐसे मामलों को नज़रअंदाज करना जनता के साथ अन्याय है।
नारेबाजी और जनसमर्थन से गूंजा कलेक्ट्रेट परिसर
प्रदर्शन के दौरान बड़ी संख्या में लोग ‘आयुष्मान हॉस्पिटल पर कार्रवाई करो’, ‘जनता के जीवन से खिलवाड़ नहीं चलेगा’ जैसे नारे लगाते नजर आए।
इस दौरान कलेक्ट्रेट परिसर पुलिस और प्रशासन की निगरानी में रहा, लेकिन प्रदर्शन शांतिपूर्ण रहा।
संघर्ष समिति के सदस्यों ने कहा कि अगर जल्द जांच शुरू नहीं की गई तो आंदोलन और तेज किया जाएगा।
पृष्ठभूमि: क्यों हो रहा है विरोध?
संघर्ष समिति का आरोप है कि आयुष्मान हॉस्पिटल द्वारा कार्डधारकों से अवैध रूप से पैसे वसूलने, गलत इलाज और लापरवाही के कई मामले सामने आए हैं।
हाल ही में कुछ परिजनों ने आरोप लगाया था कि अस्पताल ने बिना जरूरत के मरीज को ICU में भर्ती कर हजारों रुपये की मांग की, जबकि इलाज आयुष्मान भारत योजना के तहत होना चाहिए था।
अब आगे क्या?
संघर्ष समिति की मांग है कि –
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हॉस्पिटल की स्वतंत्र मेडिकल जांच समिति से जांच करवाई जाए
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दोषी पाए जाने पर अस्पताल का पंजीयन निरस्त किया जाए
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जिन मरीजों से अवैध वसूली हुई, उन्हें मुआवजा दिया जाए
प्रशासन की ओर से अब तक कोई औपचारिक प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है।