राइजिंग राजस्थान 2025: जयपुर में दो दिवसीय कॉन्क्लेव, निवेश और रोजगार के नए द्वार खुलेंगे
जयपुर | राजस्थान सरकार निवेश और औद्योगिक विकास को गति देने के लिए 9 और 10 दिसंबर को “राइजिंग राजस्थान 2025 पार्टनरशिप कॉन्क्लेव” का आयोजन जयपुर में करेगी। इस बार कॉन्क्लेव को तीन दिन के बजाय दो दिन का रखा गया है, क्योंकि सरकार 2026 में एक बड़ी ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट आयोजित करने की तैयारी कर रही है।
निवेश से जुड़े नए अवसर, युवाओं और महिलाओं पर विशेष फोकस
कॉन्क्लेव के दौरान रोजगार सृजन, महिला और युवा सशक्तीकरण, ऊर्जा, स्वास्थ्य, पर्यटन, उद्योग, खनन व पेट्रोलियम जैसे विविध क्षेत्रों में निवेश के अवसरों पर चर्चा की जाएगी। इस आयोजन के माध्यम से राज्य सरकार वैश्विक उद्योग जगत से सीधा संवाद स्थापित कर स्थायी निवेश मॉडल विकसित करना चाहती है।
4.25 लाख करोड़ के निवेश धरातल पर
राजस्थान में अब तक ₹4.25 लाख करोड़ के एमओयू (MoUs) अमल में लाए जा चुके हैं। इसमें ऊर्जा विभाग की बड़ी भागीदारी रही है। कुल प्रस्तावित ₹35 लाख करोड़ के निवेश में से अकेले ₹26 लाख करोड़ ऊर्जा क्षेत्र से जुड़े हैं। अगले तीन महीने को सरकार ने सभी विभागों के लिए निर्णायक चरण माना है।
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रोड शो से जुड़ेगा निवेशकों का भरोसा
सरकार देश और विदेश में रोड शो के माध्यम से उद्योगपतियों से संवाद कर रही है। इस बार दिल्ली, हैदराबाद, कोलकाता, सूरत और यूएई (दुबई) में रोड शो आयोजित किए जाएंगे। इन कार्यक्रमों के जरिए सरकार निवेशकों को राजस्थान में व्यवसायिक अवसरों की जानकारी दे रही है।
10 दिसंबर को पहला प्रवासी राजस्थानी दिवस
इस बार खास बात यह है कि 10 दिसंबर को पहली बार प्रवासी राजस्थानी दिवस मनाया जाएगा। इसमें देश-विदेश में बसे राजस्थानियों को आमंत्रित किया जाएगा। व्यवसाय, विज्ञान, कला, संगीत और समाजसेवा के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान देने वालों को प्रवासी राजस्थानी सम्मान पुरस्कार से नवाजा जाएगा।
प्रमुख आकर्षण:
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ऊर्जा, पर्यटन, स्वास्थ्य, उद्योग पर केंद्रित पैनल डिस्कशन
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प्रवासी राजस्थानी दिवस और सम्मान समारोह
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निवेशकों के लिए राउंड टेबल और फायरसाइट बातचीत
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2026 इन्वेस्टमेंट समिट की झलक और विजन प्रस्तुति
निष्कर्ष:
राइजिंग राजस्थान 2025 राज्य के आर्थिक भविष्य की दिशा तय करने वाला एक महत्वपूर्ण मंच साबित हो सकता है। सरकार का फोकस सिर्फ निवेश लाने पर नहीं, बल्कि स्थायी विकास, रोजगार निर्माण और वैश्विक साझेदारी स्थापित करने पर है।