राजस्थान में अब टोल प्लाजा से गुजरते समय केवल टोल शुल्क ही नहीं, बल्कि वाहन के दस्तावेजों की भी हाई-टेक जांच की जा रही है। परिवहन विभाग ने 155 टोल प्लाजा पर ई-डिटेक्शन सिस्टम लागू किया है, जिसके तहत हाई-डेफिनेशन कैमरे वाहनों के नंबर के आधार पर उनके रजिस्ट्रेशन, बीमा, प्रदूषण प्रमाण पत्र (PUC) और अन्य आवश्यक दस्तावेजों की स्थिति की जांच करते हैं।
अगर किसी वाहन के दस्तावेज अधूरे पाए जाते हैं, तो जानकारी तुरंत परिवहन विभाग को भेजी जाती है और वाहन मालिक के नाम से ऑनलाइन ई-चालान जारी कर दिया जाता है। चालान की सूचना वाहन मालिक के पंजीकृत मोबाइल नंबर पर मैसेज के रूप में भेजी जाती है।
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यह सिस्टम इसी महीने शुरू हुआ है और अब तक चार हजार से अधिक वाहनों पर चालान जारी किए जा चुके हैं। विभाग का कहना है कि इस व्यवस्था से सड़कों पर बिना वैध दस्तावेज वाले वाहनों की संख्या में कमी आएगी और यातायात नियमों का पालन सुनिश्चित होगा।
परिवहन विभाग ने वाहन मालिकों को सलाह दी है कि यात्रा से पहले अपने सभी दस्तावेज, जैसे बीमा, प्रदूषण प्रमाण पत्र और रजिस्ट्रेशन, समय पर नवीनीकृत कर लें। अधूरे कागज के साथ टोल प्लाजा से गुजरने पर तुरंत ई-चालान बनने से बचना अब संभव नहीं होगा।