


राजस्थान में छात्रसंघ चुनाव की बहाली को लेकर छात्र राजनीति एक बार फिर गरमा गई है। एनएसयूआई (राष्ट्रीय छात्र संघ) की ओर से मंगलवार को जयपुर के शहीद स्मारक पर प्रदेशव्यापी छात्र सभा आयोजित की गई, जिसमें भारी संख्या में छात्र-छात्राएं जुटे। छात्र सभा के बाद एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री आवास की ओर रैली निकाली, लेकिन पुलिस ने उन्हें रोक दिया। इस दौरान कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच हल्की धक्का-मुक्की भी हुई।
रैली में कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव और वरिष्ठ नेता सचिन पायलट भी शामिल हुए। जब सचिन पायलट और एनएसयूआई कार्यकर्ता मुख्यमंत्री आवास की ओर बढ़ने लगे, तो पुलिस ने उन्हें रोकने के लिए वॉटर कैनन (पानी की बौछार) का इस्तेमाल किया। पुलिस प्रशासन की ओर से सख्त पहरा लगाते हुए सीएम आवास की ओर बढ़ते कार्यकर्ताओं को खदेड़ने की कोशिश की गई, जिससे मौके पर तनाव का माहौल बन गया।
सचिन पायलट ने इस दौरान सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए कहा, “पता नहीं कौन मुख्यमंत्री को सलाह दे रहा है। सरकार विकास रोक रही है और छात्रसंघ चुनाव कराने से कतरा रही है। यह सरकार सिर्फ सत्ता में बैठकर मजा लेना चाहती है, लेकिन जिम्मेदारी निभाने को तैयार नहीं है।”
कांग्रेस विधायक अभिमन्यु पूनिया ने चेतावनी देते हुए कहा, “यदि एक भी छात्र पर मुकदमा दर्ज किया गया, तो कांग्रेस पार्टी इसका मुंहतोड़ जवाब देगी। हम हर कीमत पर छात्रसंघ चुनाव बहाल करवाकर ही दम लेंगे।”
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एनएसयूआई के प्रदेश अध्यक्ष विनोद जाखड़ ने बताया कि पिछले कई महीनों से छात्रसंघ चुनाव की मांग को लेकर संगठन जिला स्तर पर आंदोलन कर रहा है। लेकिन सरकार लगातार चुप्पी साधे बैठी है। उन्होंने कहा, “अब सोई हुई सरकार को जगाने के लिए पूरे प्रदेश से छात्र जयपुर में इकट्ठा हुए हैं और सीएम आवास का घेराव करने के लिए आगे बढ़े हैं।”
उल्लेखनीय है कि राजस्थान में पिछले कुछ वर्षों से छात्रसंघ चुनाव स्थगित हैं, जिसे लेकर राज्य की छात्र राजनीति में लगातार असंतोष बना हुआ है। एनएसयूआई समेत कई छात्र संगठनों का कहना है कि यह छात्रों के लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन है और सरकार इसे जानबूझकर नजरअंदाज कर रही है।
फिलहाल, शहीद स्मारक और सीएम आवास क्षेत्र में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। प्रशासन स्थिति पर नजर बनाए हुए है और किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए सतर्कता बरत रहा है।