पीबीएम अस्पताल बना जेबकतरों का अड्डा, मरीजों से रोज उड़ रहे पैसे
बीकानेर: पीबीएम अस्पताल में लगातार हो रही जेबकतरों की घटनाएं न सिर्फ आमजन को आर्थिक नुकसान पहुंचा रही हैं, बल्कि अस्पताल में भय और असुरक्षा का माहौल भी बना रही हैं। हर दिन किसी न किसी वार्ड में मरीज या उनके परिजन चोरों का शिकार हो रहे हैं, लेकिन अस्पताल प्रशासन और पुलिस दोनों ही इस पर अंकुश लगाने में नाकाम साबित हो रहे हैं।
सुरक्षा पर उठे सवाल
चोरी की बढ़ती घटनाओं ने पीबीएम की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। जहां अस्पताल की सुरक्षा जिम्मेदारी प्रशासन और पुलिस चौकी की है, वहीं अब तक की कार्यप्रणाली सिर्फ रिपोर्ट दर्ज कर इतिश्रि करने तक सीमित रह गई है। इससे जेबकतरों के हौसले बुलंद होते जा रहे हैं।
आई हॉस्पिटल में 24 हजार की जेबकट
जेबकट की ताजा घटना पीबीएम के आई हॉस्पिटल से सामने आई है। मुक्ताप्रसाद निवासी मोहम्मद साबिर ने बताया कि वह 8 जुलाई की सुबह 10:30 बजे आंखों की जांच के लिए आई हॉस्पिटल पहुंचा था। इस दौरान किसी अज्ञात व्यक्ति ने उसकी जेब से ₹24,000 नकद निकाल लिए। इस संबंध में व्यास कॉलोनी पुलिस थाना में मुकदमा दर्ज कराया गया है। जांच का जिम्मा हैड कांस्टेबल पदमसिंह को सौंपा गया है।
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पहले भी हो चुकी है चोरी
यह पहली घटना नहीं है। बुधवार को जनाना हॉस्पिटल में जांगलू निवासी एक व्यक्ति की जेब से ₹10,000 चोरी हो गए थे। वह अपनी बेटी को इलाज के लिए लाया था। इन घटनाओं से यह स्पष्ट होता है कि चोरों ने पीबीएम अस्पताल को आसान निशाना बना लिया है।
क्या है समाधान?
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अस्पताल परिसर में CCTV निगरानी बढ़ाना चाहिए
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प्रत्येक वार्ड में सुरक्षाकर्मी तैनात किए जाएं
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चोरी की घटनाओं की गंभीर जांच हो और आरोपियों की गिरफ्तारी हो
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रोजाना गश्त और संदिग्ध गतिविधियों पर निगरानी की व्यवस्था हो