

अशोकनगर (मध्यप्रदेश): कांग्रेस पार्टी द्वारा आयोजित न्याय सत्याग्रह कार्यक्रम के दौरान प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी, नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार, प्रदेश प्रभारी हरीश चौधरी समेत कांग्रेस के सभी प्रमुख नेताओं को गिरफ्तार कर लिया गया। यह कार्रवाई अशोकनगर में कार्यक्रम स्थल पर की गई, जहां एसडीओपी विवेक शर्मा ने मंच से सभी नेताओं और उपस्थित कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी की घोषणा की।
हालांकि गिरफ्तारी की घोषणा के कुछ ही क्षणों बाद अशोकनगर के एसडीएम बृज बिहारी लाल श्रीवास्तव ने मंच पर ही सभी नेताओं और कार्यकर्ताओं की रिहाई की घोषणा कर दी।
कार्यक्रम के दौरान कांग्रेस नेताओं ने प्रदेश की भाजपा सरकार पर तीखे हमले किए। राज्यसभा सांसद और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजयसिंह ने पुलिस प्रशासन पर सवाल उठाते हुए कहा, “मैंने ऐसी घबराई हुई पुलिस पहले कभी नहीं देखी। खबर है कि सभा को रोकने के लिए आठ जिलों की पुलिस को बुलाया गया।”
दिग्विजय सिंह ने जीतू पटवारी पर दर्ज केस को लेकर भी सरकार पर हमला किया और कहा, “मेरे 50 साल के राजनीतिक अनुभव में ऐसा मामला नहीं देखा, जहां कोई शिकायतकर्ता न हो और पुलिस खुद ही एफआईआर दर्ज कर दे।”
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कार्यक्रम में प्रदेश प्रभारी हरीश चौधरी ने नकली बीजों के मुद्दे को उठाते हुए कहा कि शिवराज सिंह चौहान के कार्यकाल में किसानों के साथ गहरा अन्याय हुआ। उन्होंने आरोप लगाया कि नकली बीज बांटकर किसानों के साथ हजारों करोड़ रुपये का घोटाला किया गया।
उन्होंने आगे कहा, “आज का न्याय सत्याग्रह सिर्फ गजराज लोधी और जीतू पटवारी तक सीमित नहीं है। राहुल गांधी की स्पष्ट दिशा है कि अन्याय के खिलाफ जो खड़ा है, वही असली कांग्रेसी है। हमारी लड़ाई प्रदेश के हर नागरिक के न्याय और अधिकार के लिए है।”
इस पूरे घटनाक्रम ने प्रदेश की राजनीति में नई हलचल पैदा कर दी है, जहां कांग्रेस लगातार सरकार पर विपक्ष की आवाज दबाने का आरोप लगा रही है।