


8वें वेतन आयोग पर केंद्र सरकार हरकत में, जल्द जारी होगा टर्म ऑफ रेफरेंस
नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने 8th Pay Commission को लेकर आवश्यक प्रक्रिया तेज कर दी है। यह खबर 1.2 करोड़ से अधिक केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनर्स के लिए राहत भरी मानी जा रही है। नेशनल काउंसिल-जॉइंट कंसल्टेटिव मशीनरी (NC-JCM) के महासचिव एस.जी. मिश्रा ने जानकारी दी कि हाल ही में कैबिनेट सेक्रेटरी से मुलाकात में सरकार ने संकेत दिया है कि 8वें वेतन आयोग का टर्म ऑफ रेफरेंस (ToR) अंतिम चरण में है और इसे जल्द ही जारी किया जाएगा।
क्या है टर्म ऑफ रेफरेंस (ToR)?
किसी भी वेतन आयोग की शुरुआत से पहले सरकार ToR यानी टर्म ऑफ रेफरेंस जारी करती है। इसमें वेतन, भत्ते, प्रमोशन, सेवा शर्तों और कार्यस्थल के वातावरण से जुड़े बिंदु शामिल होते हैं। जब तक ToR जारी नहीं होता, तब तक वेतन आयोग की औपचारिक प्रक्रिया शुरू नहीं मानी जाती।
35 पदों पर हो रही नियुक्ति
मिश्रा ने बताया कि केंद्र सरकार ने वेतन आयोग के संचालन से जुड़ी 35 अहम नियुक्तियों की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इनमें वे सदस्य शामिल होंगे जो डेटा विश्लेषण, सुझावों की समीक्षा, रिपोर्ट तैयार करने और कर्मचारियों से संवाद जैसे कार्य करेंगे।
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कब तक लागू हो सकता है 8वां वेतन आयोग?
वेतन आयोग को लेकर विशेषज्ञों का मानना है कि यदि प्रक्रिया समयबद्ध तरीके से पूरी होती है, तो 2026 के अंत तक या 2027 की शुरुआत में इसे लागू किया जा सकता है। आयोग को अपनी सिफारिशें देने में आमतौर पर 18 से 24 महीने का समय लगता है।

अब तक सात वेतन आयोग
अब तक देश में सात वेतन आयोग बन चुके हैं। हर 10 साल में एक नया वेतन आयोग गठित होता है, जिसका उद्देश्य कर्मचारियों की आर्थिक स्थिति का मूल्यांकन कर वेतन और पेंशन में सुधार करना होता है।
कर्मचारी यूनियनों की भूमिका
NC-JCM समेत विभिन्न कर्मचारी संगठनों ने पिछले कई महीनों से वेतन आयोग गठन की मांग को लेकर सरकार पर दबाव बनाए रखा था। अब सरकार की सक्रियता से यह संकेत मिल रहा है कि कर्मचारियों की मांगों को गंभीरता से लिया गया है।
यह निर्णय लंबे समय से प्रतीक्षा कर रहे केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनर्स के लिए सकारात्मक कदम माना जा रहा है, जिससे उनकी वेतन वृद्धि और अन्य लाभों को लेकर उम्मीदें बढ़ गई हैं।