


नागौर:
साइबर क्राइम मामलों में नागौर पुलिस ने एक बार फिर त्वरित कार्रवाई करते हुए ठगी की गई राशि को महज चार घंटे में पीड़िता को वापस दिलवाया। यह कार्रवाई साइबर फ्रॉड रेस्पॉन्स टीम नागौर द्वारा की गई, जिसमें कांस्टेबल प्रहलाद बसवाणा की विशेष भूमिका रही।
ठगी का तरीका और पुलिस की कार्रवाई
पादूकलां थाना क्षेत्र के सथाना खर्द निवासी ओमप्रकाश के खेत में काम कर रही एक दिव्यांग महिला को एक अज्ञात महिला ने फोन कर खुद को जयपुर स्थित सरकारी कार्यालय की कर्मचारी बताया। उसने दिव्यांग प्रमाण पत्र बनवाने के नाम पर झांसा दिया और फर्जी लिंक भेजकर ओमप्रकाश का फोन पे नम्बर मांगा। उस लिंक के माध्यम से महिला का मोबाइल हैक कर कुल 95,614 रुपये निकाल लिए गए।
ओमप्रकाश ने तुरंत नागौर साइबर सेल की हेल्पलाइन पर संपर्क किया, जिसके बाद कांस्टेबल प्रहलाद बसवाणा ने संबंधित बैंक और पेमेंट गेटवे से तत्काल पत्राचार कर लेन-देन को रोका और सभी ट्रांजेक्शन्स को रद्द करवाकर राशि को होल्ड करवा दिया। आखिरकार पूरी राशि को पीड़ित के खाते में वापस जमा करवा दिया गया। नागौर पुलिस ने नागरिकों से अपील की है कि साइबर ठगी के मामलों में तत्काल हेल्पलाइन 1930 या नागौर साइबर सेल के नंबर 8764850084 पर संपर्क करें।
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अठियासन में मिला नरकंकाल, पहचान अब तक नहीं
अठियासन गांव के पास झाड़ियों में मंगलवार शाम को एक नरकंकाल मिला था, जिसकी अब तक पहचान नहीं हो सकी है। पुलिस ने कंकाल को जेएलएन अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया है और पास से मिला तौलिया जांच का अहम सुराग माना जा रहा है। कंकाल को जानवरों ने क्षतिग्रस्त कर दिया है जिससे पहचान में कठिनाई हो रही है। पुलिस को अब तक किसी लापता व्यक्ति की रिपोर्ट नहीं मिली है, जिससे संदेह है कि शव बाहर का हो सकता है।

फर्जी दस्तावेजों से जमीन बेचे जाने का मामला दर्ज
कोतवाली थाने में डीडवाना तहसील की अलखपुरा निवासी रूपादेवी ने रिपोर्ट दी है कि उसने 2012 में खाजूवाला में एक जमीन खरीदी थी, लेकिन हाल ही में पता चला कि वह जमीन किसी और के नाम नामांतरित हो चुकी है।
रूपादेवी का आरोप है कि नागौर के एक वकील और कुछ अन्य व्यक्तियों ने फर्जी मुख्त्यारनामा और दस्तावेज तैयार कर उक्त जमीन को बलवंत सिंह और सतपाल सिंह नामक व्यक्तियों को बेच दिया। जब उनके दामाद अश्विनी चौधरी ने जमाबंदी निकलवाई, तब इसका खुलासा हुआ।
पुलिस ने इस मामले में धोखाधड़ी और फर्जीवाड़े की धाराओं में केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।