Khabar21
  • होम
  • बीकानेर
  • राजस्थान
  • देश-दुनिया
  • व्यापार
  • मनोरंजन
  • धार्मिक
  • करियर
  • खेल
Reading: अंग्रेजी माध्यम स्कूलों में शिक्षक तैनाती क्यों अटकी, चयनितों की चिंता बढ़ी
Share
Aa
Aa
Khabar21
  • होम
  • बीकानेर
  • राजस्थान
  • देश-दुनिया
  • व्यापार
  • मनोरंजन
  • धार्मिक
  • करियर
  • खेल
Search
  • होम
  • बीकानेर
  • राजस्थान
  • देश-दुनिया
  • व्यापार
  • मनोरंजन
  • धार्मिक
  • करियर
  • खेल
Follow US
Khabar21 > Blog > शिक्षा > अंग्रेजी माध्यम स्कूलों में शिक्षक तैनाती क्यों अटकी, चयनितों की चिंता बढ़ी
शिक्षा

अंग्रेजी माध्यम स्कूलों में शिक्षक तैनाती क्यों अटकी, चयनितों की चिंता बढ़ी

editor
editor Published June 12, 2025
Last updated: 2025/06/12 at 2:35 PM
Share
SHARE
Share News

अंग्रेजी माध्यम स्कूलों में शिक्षकों की तैनाती अधर में, चयनित शिक्षक अनिश्चितता में

राजस्थान के अंग्रेजी माध्यम सरकारी स्कूलों, खासकर महात्मा गांधी इंग्लिश मीडियम स्कूलों में शिक्षकों की तैनाती को लेकर गंभीर असमंजस की स्थिति बनी हुई है। विभागीय परीक्षा के माध्यम से चयनित 30 हजार से अधिक शिक्षक अब भी अपने पदस्थापन की प्रतीक्षा कर रहे हैं। एक पूरा शिक्षा सत्र गुजरने के बावजूद इन शिक्षकों की तैनाती नहीं हो सकी है, जिससे न केवल उनकी आशाएं धूमिल हो रही हैं, बल्कि शिक्षा व्यवस्था की स्थिरता पर भी सवाल उठने लगे हैं।

शिक्षा विभाग ने इन शिक्षकों से पदस्थापन के लिए जिलों के विकल्प तक मांग लिए हैं, लेकिन तैनाती की कोई निश्चित तारीख अब तक तय नहीं की गई। नई सरकार के गठन के बाद इन स्कूलों को लेकर नीति स्पष्ट नहीं हो सकी है। ऐसे में यह चिंता लगातार गहराती जा रही है कि सरकार कहीं पूरी चयन प्रक्रिया को रद्द कर फिर से परीक्षा आयोजित न कर दे।

सरकारी चुप्पी से चयनित शिक्षक असमंजस में
चयनित शिक्षक स्वयं को ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं। नया शैक्षणिक सत्र जुलाई में शुरू होने जा रहा है, ऐसे में यह तय नहीं है कि वे समय पर स्कूलों में कार्यभार संभाल पाएंगे या नहीं। विभाग की चुप्पी ने शिक्षकों के धैर्य की परीक्षा लेनी शुरू कर दी है।

- Advertisement -

बच्चों की पढ़ाई भी हो रही प्रभावित
यह देरी न केवल प्रशासनिक लापरवाही को उजागर करती है, बल्कि विद्यार्थियों की पढ़ाई-लिखाई को भी प्रभावित कर रही है। अंग्रेजी माध्यम स्कूलों को शुरू करने के पीछे उद्देश्य यह था कि सरकारी स्कूलों के छात्र भी निजी स्कूलों के बराबर शिक्षा प्राप्त कर सकें। लेकिन बिना शिक्षकों के यह व्यवस्था अधूरी और कमजोर साबित हो रही है।

क्या शिक्षा में नवाचार अधर में ही रहेगा?
यदि शिक्षा में शुरू किए गए नवाचार स्पष्ट दिशा और योजना के अभाव में ही लटकते रहेंगे, तो छात्रों के भविष्य पर सवाल उठना स्वाभाविक है। यह समझना जरूरी है कि चयन प्रक्रिया केवल प्रशासनिक कदम नहीं होती, बल्कि यह बच्चों के भविष्य की नींव तय करती है।

सरकार को तुरंत निर्णय लेना चाहिए
अब वक्त आ गया है कि सरकार स्पष्ट कार्ययोजना सामने रखे और शिक्षकों की त्वरित तैनाती सुनिश्चित करे। शिक्षा जैसी संवेदनशील व्यवस्था में देरी की कोई गुंजाइश नहीं होनी चाहिए, क्योंकि यह लाखों बच्चों के भविष्य से जुड़ा प्रश्न है।


Share News

editor June 12, 2025
Share this Article
Facebook TwitterEmail Print

Latest Post

चकगर्बी में अतिक्रमण हटाने पर भड़के लोग, बीडीए के खिलाफ धरना
बीकानेर
विमान हादसे में बचा रमेश, बोले- एयर होस्टेस मेरी आंखों के सामने खत्म हो गईं
देश-दुनिया
बीकानेर में फिर लौट आया कोरोना, एक ही दिन में मिले तीन संक्रमित
बीकानेर
तेल भरवाया, पैसा मांगा तो सिर में मारी गोली
crime जयपुर
अब KYC अपडेट के लिए बैंक नहीं, किराना दुकान भी चलेगा
देश-दुनिया
बीकानेर में खाने की आड़ में चल रहा था हुक्का बार, संचालक गिरफ्तार
crime बीकानेर
SMS अस्पताल के ऑपरेशन थियेटर में आग, सभी सर्जरी रोक दी गईं
जयपुर
ड्रीमलाइनर की सच्चाई: क्या घटिया पार्ट्स बने 265 मौतों की वजह?
देश-दुनिया

You Might Also Like

बीकानेरशिक्षा

जे.पी.एस. पटेल नगर में समर कैम्प का हुआ भव्य आगाज

Published June 11, 2025
शिक्षा

राजस्थान में शिक्षा विभाग करेगा बड़े बदलाव, वीर योद्धाओं को पढ़ाया जाएगा

Published June 11, 2025
शिक्षा

RPSC RAS मुख्य परीक्षा का शेड्यूल जारी

Published June 10, 2025
राजस्थानशिक्षा

राजस्थान में कक्षा 1 से 5 तक सिलेबस में बदलाव, नई किताबें तैयार

Published June 8, 2025

© Copyright 2022, All Rights Reserved Khabar21 | Designed by Uddan Promotions Pvt. Ltd.

Join WhatsApp Group

Removed from reading list

Undo
Welcome Back!

Sign in to your account

Lost your password?