


जयपुर, 27 मई 2025:
देश और दुनिया के साथ अब राजस्थान में भी कोरोना का वायरस एक बार फिर सक्रिय हो गया है। पिछले 24 घंटे में दो कोरोना पॉजिटिव मरीजों की मौत हो चुकी है, जबकि आठ नए केस सामने आए हैं। हालांकि, चिकित्सा विभाग ने एक ही मौत की पुष्टि की है। कोरोना के अचानक बढ़ते मामलों के बाद, चिकित्सा विभाग ने पूरे प्रदेश में अलर्ट जारी कर दिया है। साथ ही, नए वेरियंट की पहचान करने के लिए दो सैम्पल एनआईवी पुणे भेजे गए हैं।
राजस्थान में कोविड-19 की स्थिति और इसके रोकथाम के लिए क्या कदम उठाए गए हैं, इस पर चिकित्सा विभाग ने गंभीरता से काम शुरू कर दिया है। राज्य के प्रमुख शहरों में कोरोना के केस बढ़ रहे हैं, जिसमें दिल्ली, महाराष्ट्र, केरल, तमिलनाडु और कर्नाटक भी शामिल हैं। इस साल राजस्थान में अब तक 23 कोरोना के मामले सामने आ चुके हैं, और मई माह में 21 नए केस और दो मौतें हो चुकी हैं।
पिछले 24 घंटे में जिन दो मरीजों की मौत की खबर सामने आई, उनमें से एक मरीज राजस्थान हॉस्पिटल में भर्ती था, जबकि दूसरे की मौत एसएमएस अस्पताल में हुई है। एसएमएस अस्पताल में भर्ती अज्ञात मरीज को ब्रेन हेमरेज की हालत में लाया गया था, जिसमें कोविड टेस्ट पॉजिटिव आया है। साथ ही, आठ नए पॉजिटिव केस भी मिले हैं।
कोरोना के बढ़ते मामलों के बावजूद, चिकित्सा विभाग ने हर आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयारियां शुरू कर दी हैं। जिला स्तर से लेकर मुख्यालय तक संसाधनों को उपलब्ध कराने की प्रक्रिया चल रही है।
- Advertisement -
कोरोना के बढ़ते केसों का विश्लेषण:
-
जनवरी से अप्रैल तक के केस: 2
-
मई में मौत और नए केस: 2 मौतें और 21 नए केस
-
15 मई को 2,
-
19 मई को 1,
-
24 मई को 7,
-
25 मई को 7,
-
26 मई को 2 मौतें और 8 नए पॉजिटिव केस।
-
कोरोना के लक्षण:
-
खांसी, जुकाम, बुखार, मांसपेशियों में दर्द – ये कोरोना के आधिकारिक लक्षण हो सकते हैं।
-
यदि किसी में ये लक्षण दिखें तो तुरंत हाथ धोने, रुमाल का उपयोग करने, मास्क पहनने और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना चाहिए।
-
बुजुर्गों और बच्चों को विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है।
चिकित्सा विभाग की ओर से यह बताया गया है कि कोरोना के मामले बढ़े हैं, लेकिन अधिकांश मरीजों में माइल्ड सिम्पटम्स नजर आ रहे हैं। जिन दो मरीजों की मौत हुई, वे गंभीर बीमारियों से भी ग्रसित थे। चिकित्सा मंत्री गजेन्द्र सिंह खींवसर ने कहा कि कोरोना के बढ़ते मामलों पर पूरी नजर रखी जा रही है और फिलहाल चिंता का कोई कारण नहीं है। राजस्थान में चिकित्सा तंत्र हर परिस्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है।