


जम्मू-कश्मीर के किरू हाइड्रोपावर प्रोजेक्ट में 2200 करोड़ रुपये के भ्रष्टाचार मामले में सीबीआई ने चार्जशीट दाखिल कर दी है। इस चार्जशीट में जम्मू-कश्मीर के तत्कालीन राज्यपाल सत्यपाल मलिक, कई बड़े अधिकारियों और कंपनियों के नाम शामिल हैं। इस मामले में सबसे चौंकाने वाला दावा खुद सत्यपाल मलिक ने किया था, जिसमें उन्होंने कहा था कि 2018 से 2019 के बीच उन्हें इस परियोजना से जुड़ी दो फाइलों को मंजूरी देने के लिए 300 करोड़ रुपये की रिश्वत की पेशकश की गई थी।
सत्यपाल मलिक ने यह दावा गवर्नर पद से हटने के बाद किया था, जिसके बाद अप्रैल 2022 में सीबीआई ने आधिकारिक रूप से जांच शुरू की। सीबीआई ने इस मामले में अनिल अंबानी की रिलायंस जनरल इंश्योरेंस कंपनी, सीवीपीपीपीएल के अधिकारियों सहित अन्य के खिलाफ दो मामले दर्ज किए और कई जगह छापेमारी की, जिसमें सत्यपाल मलिक के घर की तलाशी भी शामिल थी।
सीबीआई की चार्जशीट और आगे की कार्रवाई
सीबीआई की जांच में यह तथ्य सामने आए हैं कि ठेका प्रक्रिया में नियमों का उल्लंघन हुआ था। इसके साथ ही सीबीआई ने आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल कर दी है, और आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है। बड़ा सवाल यह है कि मलिक किस आरएसएस नेता की बात कर रहे थे?
सीबीआई की एफआईआर में यह बताया गया है कि जम्मू-कश्मीर भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो और बिजली विभाग द्वारा की गई जांच में यह मामला सामने आया था, जो जम्मू-कश्मीर के लेफ्टिनेंट जनरल मनोज सिन्हा के आदेश पर की गई थी।
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सीवीपीपीपीएल की बोर्ड बैठक और अनदेखी निर्णय
सीबीआई जांच में खुलासा हुआ है कि 2019 में सीवीपीपीपीएल की 47वीं बोर्ड बैठक में यह फैसला लिया गया था कि प्रोजेक्ट के सिविल वर्क्स के लिए निविदा प्रक्रिया को ई-टेंडरिंग और रिवर्स ऑक्शन के माध्यम से फिर से कराया जाएगा, लेकिन इस फैसले को दरकिनार करते हुए ठेका पटेल इंजीनियरिंग लिमिटेड को सौंप दिया गया। इससे परियोजना की निष्पक्षता पर सवाल उठे हैं।

सीबीआई की छापेमारी और कार्रवाई
फरवरी 2024 में सीबीआई ने इस मामले में बड़े स्तर पर कार्रवाई करते हुए दिल्ली और जम्मू-कश्मीर सहित देशभर के 30 से अधिक स्थानों पर छापेमारी की। इसमें सत्यपाल मलिक के निवास और उनके नजदीकी सहयोगियों के ठिकानों की तलाशी भी शामिल थी।
जांच के घेरे में लोग
सीबीआई ने अपनी चार्जशीट में जिन आरोपियों का नाम लिया है, उनमें जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक, चेनाब वैली पावर प्रोजेक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड (CVPPPL) के पूर्व अध्यक्ष नवीन कुमार चौधरी, प्रबंध निदेशक एमएस बाबू, बोर्ड निदेशक एमके मित्तल और अरुण कुमार मिश्रा, मलिक के निजी सचिव वीरेंद्र राणा और कंवर सिंह राणा शामिल हैं। इसके साथ ही ठेका प्राप्त करने वाली कंपनी पटेल इंजीनियरिंग लिमिटेड का भी नाम है।
किरू हाइड्रोपावर प्रोजेक्ट के बारे में
किरू हाइड्रोपावर प्रोजेक्ट 4,287.59 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत वाला एक जलविद्युत परियोजना है। इसे चेनाब वैली पावर प्रोजेक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड (सीवीपीपीपीएल) द्वारा क्रियान्वित किया जा रहा है। इस परियोजना में नेशनल हाइड्रोइलेक्ट्रिक पावर कॉरपोरेशन (NHPC) और जम्मू और कश्मीर स्टेट पावर डेवलपमेंट कॉरपोरेशन (JKSPDC) शामिल हैं।