


बीकानेर। जिला स्तरीय जनसुनवाई गुरुवार को जिला कलक्टर कार्यालय में आयोजित हुई, जिसमें कई चौंकाने वाले मामले सामने आए। इन मामलों में सबसे ज्यादा ध्यान खींचने वाला मामला सारुण्डा गांव के किसान रामेश्वरलाल का रहा।
रामेश्वरलाल ने वर्ष 2021 में अपने खेत के लिए कृषि विद्युत कनेक्शन हेतु विद्युत निगम में डिमांड राशि के रूप में ₹68,520 जमा करवाए थे। लेकिन चार साल बीत जाने के बावजूद आज तक उनके खेत में विद्युत कनेक्शन नहीं हुआ है।
किसान तब हैरान रह गया जब हाल ही में उसे ₹2,49,640 का बिजली बिल थमा दिया गया, जबकि उसके खेत में आज तक बिजली की सप्लाई शुरू ही नहीं हुई। किसान इस मामले में कई बार विद्युत विभाग के दफ्तरों के चक्कर काट चुका है, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही थी।
कलक्टर ने जताई नाराजगी, दिए तुरंत राहत के निर्देश
किसान की शिकायत सुनकर जिला कलक्टर नम्रता वृष्णि ने बिजली विभाग के अधिकारियों की लापरवाही पर नाराजगी जताई और किसान को तुरंत राहत देने के निर्देश जारी किए।
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संभागीय आयुक्त का निर्देश: दूरदराज पंचायतों तक पहुंचे जनसुनवाई
संभागीय आयुक्त डॉ. रवि सुरपुर ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि जनसुनवाई और रात्रि चौपालों का आयोजन केवल नजदीकी क्षेत्रों तक सीमित न रहे, बल्कि 364 ग्राम पंचायतों को कवर किया जाए। उन्होंने कहा कि पहले ज्यादा आबादी वाली पंचायतों को प्राथमिकता दें और फिर कम आबादी वाले गांवों की बारी आए।
अधिकारियों को दी सख्त हिदायत
डॉ. सुरपुर ने यह भी कहा कि जनसुनवाई के समय का सदुपयोग करें। ब्लॉक स्तरीय अधिकारी केवल दर्शक न बने रहें, बल्कि यदि जिला स्तर से कोई जवाब मांगा जाए तो वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से तुरंत जानकारी दें। साथ ही, अपने स्तर पर लंबित समस्याओं की समीक्षा करें।
101 परिवेदनाओं की सुनवाई
इस जनसुनवाई में कुल 101 शिकायतें प्राप्त हुईं, जिनमें से अधिकांश का निस्तारण मौके पर ही जिला कलक्टर द्वारा किया गया। सतर्कता से जुड़े 9 मामलों की विशेष सुनवाई की गई। कार्यक्रम में जिला परिषद सीईओ सोहनलाल, बीडीए सचिव अर्पणा गुप्ता, नगर निगम आयुक्त मयंक मनीष, एडीएम सिटी रमेश देव सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।