बीकानेर, 11 मई। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री एवं जिला प्रभारी मंत्री गजेन्द्र सिंह खींवसर ने रविवार को कलक्ट्रेट सभागार में जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक लेकर आपदा प्रबंधन से जुड़ी तैयारियों की समीक्षा की और संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
बैठक में खाजूवाला विधायक डॉ. विश्वनाथ मेघवाल, बीकानेर (पूर्व) विधायक सुश्री सिद्धि कुमारी, संभागीय आयुक्त डॉ. रवि कुमार सुरपुर, जिला प्रभारी सचिव कृष्ण कुणाल, महानिरीक्षक पुलिस ओमप्रकाश, जिला कलक्टर नम्रता वृष्णि, पुलिस अधीक्षक कावेन्द्र सागर सहित विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
प्रभारी मंत्री खींवसर ने अधिकारियों से कहा कि वर्तमान हालात को देखते हुए सभी अधिकारी-कर्मचारी सतर्कता और जवाबदेही के साथ कार्य करें। आवश्यकता पड़ने पर राज्य सरकार किसी प्रकार की कमी नहीं आने देगी। उन्होंने बताया कि सीमांत जिलों को राज्य सरकार की ओर से आपदा प्रबंधन के लिए पांच-पांच करोड़ रुपये की राशि उपलब्ध कराई गई है। आवश्यकता पड़ने पर अतिरिक्त राशि भी दी जाएगी।
प्रभारी मंत्री ने बताया कि बीकानेर जिले में पीबीएम अस्पताल में 30 और सीएमएचओ कार्यालय में 17 सहित कुल 47 चिकित्सकों की नियुक्ति की गई है और सभी ने कार्यभार ग्रहण कर लिया है। अतिरिक्त एम्बुलेंस और फायर ब्रिगेड की भी व्यवस्था की गई है। उन्होंने कहा कि जिले के सभी सरकारी और निजी अस्पतालों में दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। पीबीएम के बर्न वार्ड, ब्लड बैंक और अन्य व्यवस्थाओं की भी समीक्षा की गई। साथ ही निजी अस्पतालों के संसाधनों, ऑपरेशन थिएटर सहित अन्य सुविधाओं का डेटा बैंक अपडेट रखने के निर्देश दिए गए।
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उन्होंने पुलिस, प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियों के बीच समन्वय की समीक्षा की और आपात स्थिति में क्विक रेस्पॉन्स व्यवस्था के बारे में जानकारी ली। खींवसर ने बताया कि सरकार ने वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए नहरबंदी समाप्त कर दी है, जिससे आमजन को राहत मिलेगी। उन्होंने विद्युत और पेयजल आपूर्ति की भी समीक्षा की।
जिला कलक्टर नम्रता वृष्णि ने बैठक में अब तक की गई कार्रवाई की जानकारी दी और बताया कि सभी विभाग आपसी समन्वय से कार्य कर रहे हैं। पुलिस और प्रशासन स्थिति पर लगातार नजर रखे हुए हैं और त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित की जा रही है।
