


बीकानेर। सरदार पटेल मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य एवं नियंत्रक डॉ. गुंजन सोनी ने शनिवार को पीबीएम अस्पताल की व्यवस्थाओं को अधिक कुशल और प्रभावी बनाने के लिए कई अहम निर्णय लिए। सुबह 10 बजे से दोपहर 2 बजे तक चली इस समीक्षा बैठक में माइक्रोबायोलॉजी, बायोकैमेस्ट्री, पैथोलॉजी और सर्जरी विभाग के विभागाध्यक्षों व नोडल अधिकारियों से विस्तार से चर्चा की गई।
बैठक में यह तय किया गया कि अब ओपीडी मरीजों के ब्लड सैम्पल दोपहर 2 बजे तक लिए जाएंगे, और यथासंभव रिपोर्ट उसी दिन प्रदान की जाएगी। प्राचार्य डॉ. सोनी ने निर्देश दिए कि बिना पूर्व सूचना कोई भी डॉक्टर अवकाश पर न जाए और किसी भी विभाग का कार्य केवल फंड की कमी के कारण रुके नहीं। यदि संसाधनों की आवश्यकता है, तो तुरंत प्रस्ताव भेजा जाए।
सर्जरी विभाग को मरीजों की पहचान सुनिश्चित करने के लिए आईडी मार्क सिस्टम विकसित करने की सलाह दी गई। वहीं, ईएमडी प्रभारी डॉ. जितेन्द्र आचार्य को निर्देश दिया गया कि ओटी और ओपीडी में कोई भी वायर खुला न रहे और सभी फिटिंग्स सुरक्षित ढंग से की जाएं।
सुपर स्पेशलिटी ब्लॉक में अब ओपीडी मरीजों के लिए दोनों शिफ्ट में सीटी स्कैन और एमआरआई जांच की सुविधा उपलब्ध रहेगी। साथ ही, स्टाफ और फैकल्टी की कमी दूर करने के लिए राज्य सरकार को प्रस्ताव भेजा जाएगा।
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सफाई व्यवस्था को अधिक चुस्त-दुरुस्त करने के लिए सफाई ठेकेदार को चेतावनी दी गई और अस्पताल परिसर को स्वच्छ रखने पर जोर दिया गया।
प्राचार्य ने यह भी स्पष्ट किया कि आपातकालीन स्थिति में जांचें ‘अर्जेंट’ लिखकर तुरंत लैब भेजी जाएंगी ताकि मरीजों को समय पर उपचार मिल सके।
इन सभी फैसलों का उद्देश्य पीबीएम अस्पताल को अधिक संगठित, संवेदनशील और मरीजों के अनुकूल बनाना है।