


अब हर चालान होगा ऑनलाइन, नियम तोड़ने पर छूट नहीं मिलेगी
जयपुर। राजस्थान में यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालों के लिए अब सख्ती और तकनीकी निगरानी का दौर शुरू हो गया है। राज्य सरकार ने सभी ट्रैफिक चालानों को अब पूरी तरह ऑनलाइन करने का निर्णय लिया है। इसके तहत अब ऑफलाइन चालान भी मैनुअल तरीके से ऑनलाइन सिस्टम में दर्ज किए जाएंगे।
क्या है नई व्यवस्था
अब चालान की सूचना सीधे वाहन मालिक के मोबाइल नंबर पर भेजी जाएगी। बीकानेर जैसे शहरों में जहां रोज़ाना 400 से अधिक चालान किए जाते हैं, उनमें से अब तक 100 से 125 ऑफलाइन होते थे। लेकिन अब ये भी ई-चालान पोर्टल पर मैनुअली दर्ज किए जाएंगे, जिससे चालानों का पूरा रिकॉर्ड केंद्रीकृत रहेगा।
क्यों हुई इस बदलाव की जरूरत
केंद्र सरकार की ई-चालान प्रणाली में राज्य पुलिस द्वारा किए गए ऑफलाइन चालान प्रदर्शित नहीं हो पा रहे थे। इससे न केवल डाटा का सही मिलान नहीं हो पा रहा था, बल्कि ट्रैफिक नियमों की सख्ती में भी कमी आ रही थी। इसी वजह से अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (यातायात) सुरेन्द्र सिंह ने सभी जिलों को निर्देश जारी कर दिए हैं कि अब सभी चालान ऑनलाइन ही दर्ज किए जाएं, चाहे वे मौके पर किए गए हों या कैमरे से।
- Advertisement -
नई व्यवस्था से आपको क्या फायदा होगा
-
रसूख या सिफारिश के जरिए चालान से बचना मुश्किल होगा।
-
जुर्माना देना अनिवार्य होगा, नहीं देने पर मामला लंबित रहेगा।
-
सरकार की आय में पारदर्शिता और वृद्धि होगी।
-
फर्जी चालानों की आशंका कम होगी और ट्रैफिक डाटा विश्वसनीय रहेगा।
-
वाहन चालक घर बैठे ऑनलाइन, ई-मित्र, बैंक या कोर्ट से चालान भर सकेंगे।
-
लाइन में लगने की जरूरत नहीं होगी।
चालान नहीं भरने पर कड़ी कार्रवाई
नए नियम के अनुसार, उल्लंघन के तीन दिन के भीतर वाहन मालिक को चालान नोटिस भेजा जाएगा। उसे 30 दिनों के भीतर भुगतान या आपत्ति दर्ज करनी होगी। यदि 90 दिनों तक कोई कार्रवाई नहीं की गई, तो वाहन चालक का ड्राइविंग लाइसेंस या वाहन का रजिस्ट्रेशन निलंबित कर दिया जाएगा।
ऑनलाइन व्यवस्था के लिए संसाधन भी तय
ट्रैफिक विभाग ने बताया कि लगभग 90 प्रतिशत चालान पहले से ही ऑनलाइन हो रहे हैं। शेष 10 प्रतिशत चालानों को उसी दिन ई-चालान पोर्टल पर दर्ज किया जा रहा है। इसके लिए विशेष रूप से दो कार्मिकों की ड्यूटी लगाई गई है।
यह व्यवस्था क्यों जरूरी है
यातायात प्रभारी नरेश निर्वाण ने बताया कि ऑनलाइन चालान व्यवस्था ट्रैफिक नियमों की बेहतर पालना सुनिश्चित करती है। अब नियम तोड़ने वालों को चालान भरना ही होगा, और इससे शहर की ट्रैफिक व्यवस्था में सुधार आएगा।