

जयपुर। राजस्थान की एसआई भर्ती परीक्षा-2021 में पेपर लीक और डमी अभ्यर्थियों को बैठाने के मामले में एसओजी की पूछताछ में रोज नए खुलासे हो रहे हैं। पूछताछ में सामने आया है कि आरोपियों ने जुए की तर्ज पर एक-दूसरे के साथ सौदा तय कर रखा था, जिसमें जो पास होगा वह फेल होने वाले को 15 लाख रुपए देगा।
एसओजी सूत्रों के अनुसार दलाल नरपतराम और रामनिवास के बीच यह समझौता हुआ था। दोनों ने एक-दूसरे के लिए डमी अभ्यर्थी बैठाने पर सहमति जताई। रामनिवास ने जैसलमेर के फतेहगढ़ में एसडीएम हनुमानाराम को नरपतराम की जगह परीक्षा दिलवाई, जिससे नरपतराम लिखित परीक्षा में पास हो गया, हालांकि वह साक्षात्कार में चयनित नहीं हो सका।
उधर, नरपतराम की पत्नी इंद्रा ने रीट परीक्षा में रामनिवास की पत्नी नारंगी की जगह परीक्षा दी, जिसमें नारंगी पास होकर सरकारी टीचर बन गई। इसके बाद जब नौकरी लग गई, तो नरपतराम ने सौदे के अनुसार पैसे मांगे, जिस पर रामनिवास ने 7 लाख रुपए दे दिए।

इसी मामले में एक और खुलासा हुआ है। एसओजी की पूछताछ में सामने आया कि थानेदार बनी हरखू ने भी डमी अभ्यर्थी के लिए दलाल से 15 लाख का सौदा तय किया था, लेकिन उसने केवल 5 लाख ही दिए। वहीं, आरोपी नरपतराम का कहना है कि हरखू ने परीक्षा पास करने के बाद उसे सिर्फ 1.80 लाख रुपए दिए थे।
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अब एसओजी पैसे के लेनदेन की भी जांच कर रही है। एडीजी वी.के. सिंह ने बताया कि एएसपी चिरंजी लाल मीणा के नेतृत्व में एसओजी की टीम दलाल नरपतराम और एसडीएम हनुमानाराम से लगातार पूछताछ कर रही है। जल्द और बड़े खुलासे हो सकते हैं।