


राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना (एनएफएसए) के तहत रियायती दर पर मिलने वाले गेहूं का अनुचित लाभ उठाने वालों पर प्रशासन सख्त हो गया है। बीकानेर रसद विभाग ने 45 उपभोक्ताओं को नोटिस जारी कर गिव अप अभियान के तहत योजना का लाभ छोड़ने की अपील की है। यदि ये उपभोक्ता स्वेच्छा से योजना का लाभ नहीं छोड़ते हैं, तो उनसे बाजार दर के अनुसार गेहूं की कीमत वसूली जाएगी।
अब तक 23 हजार उपभोक्ता योजना छोड़ने को तैयार
रसद अधिकारी नरेश शर्मा ने बताया कि अब तक 23,000 उपभोक्ताओं ने स्वेच्छा से योजना का लाभ छोड़ने की इच्छा जताई है। विभाग ने ऐसे परिवारों की पहचान की है जिनके पास चार पहिया वाहन हैं, लेकिन वे अभी भी सरकारी राशन ले रहे हैं। ऐसे उपभोक्ताओं को नोटिस जारी कर योजना छोड़ने की अपील की गई है।
नियमों के उल्लंघन पर होगी कानूनी कार्रवाई
यदि उपभोक्ता गिव अप अभियान के तहत योजना का लाभ नहीं छोड़ते हैं, तो बाजार दर पर गेहूं की कीमत वसूल की जाएगी और लगातार नियमों के उल्लंघन पर कानूनी कार्रवाई भी संभव है।

गिव अप अभियान से जरूरतमंदों को मिलेगा लाभ
शर्मा ने कहा कि योजना का अनुचित लाभ उठाने वाले यदि इसे स्वेच्छा से छोड़ते हैं, तो जरूरतमंदों को सही मायनों में इसका लाभ मिल सकेगा। सरकार की योजनाओं का पारदर्शी और प्रभावी क्रियान्वयन होगा और समाज में उत्तरदायी नागरिक के रूप में योगदान संभव होगा। इच्छुक उपभोक्ता खाद्य विभाग की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन प्रक्रिया पूरी कर सकते हैं।
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हर दिन 500 उपभोक्ता छोड़ रहे योजना का लाभ
खाद्य मंत्री सुमित गोदारा ने बताया कि यह अभियान जरूरतमंदों तक खाद्य सुरक्षा योजना का लाभ सही तरीके से पहुंचाने के लिए चलाया जा रहा है। बीकानेर में रोजाना करीब 500 राशन कार्ड धारक स्वेच्छा से योजना का लाभ छोड़ रहे हैं।