बजट सत्र 2025 विवाद: सोनिया गांधी की राष्ट्रपति के भाषण पर टिप्पणी पर मचा बवाल
बजट सत्र की शुरुआत एक नए विवाद के साथ हुई है। कांग्रेस सांसद सोनिया गांधी ने संसद में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण पर टिप्पणी करते हुए उन्हें “बेचारी” (Poor Thing) कह दिया। इस बयान को भाजपा ने “अपमानजनक” करार दिया है, और यह मामला तूल पकड़ चुका है।
‘पिछड़े वर्गों और महिलाओं के सशक्तिकरण का मजाक उड़ाया’
भाजपा ने सोनिया गांधी की टिप्पणी की निंदा की है। भाजपा अध्यक्ष जे.पी. नड्डा ने इसे “अत्यंत असम्मानजनक” बताते हुए कहा कि यह बयान राष्ट्रपति के सर्वोच्च संवैधानिक पद की गरिमा का अपमान है। उन्होंने यह भी कहा, “जब राष्ट्रपति मोदी सरकार की उपलब्धियों पर प्रकाश डाल रही थीं, तब विपक्ष अपनी सामंती मानसिकता से पिछड़े वर्गों और महिलाओं के सशक्तिकरण का मजाक उड़ा रहा था।” नड्डा ने यह भी आरोप लगाया कि कांग्रेस पार्टी की अभिजात्यवादी, गरीब-विरोधी और आदिवासी-विरोधी मानसिकता को यह बयान उजागर करता है। उन्होंने कांग्रेस से बिना शर्त माफी की मांग की।
‘आदिवासी महिला का अपमान कर रही कांग्रेस’
भाजपा सांसद सुकांत मजूमदार ने भी कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि कांग्रेस की सामंती मानसिकता यह नहीं पचा पा रही है कि एक आदिवासी महिला देश की राष्ट्रपति बनी है। उन्होंने कहा, “यह एक अपमानजनक टिप्पणी थी। सोनिया गांधी और राहुल गांधी जैसे नेताओं को इस तरह की टिप्पणी नहीं करनी चाहिए, खासकर राष्ट्रपति के बारे में। द्रौपदी मुर्मू आदिवासी परिवार से हैं और अब वह देश की सर्वोच्च नागरिक हैं, और कांग्रेस इसे स्वीकार नहीं कर पा रही है।”
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सोनिया गांधी ने क्या कहा?
राष्ट्रपति मुर्मू ने आज सुबह बजट सत्र की शुरुआत के अवसर पर संसद की संयुक्त बैठक को संबोधित किया। इसके बाद, सोनिया गांधी ने मीडिया से बात करते हुए राष्ट्रपति को ‘बेचारी’ कहा और कहा, “भाषण के अंत तक राष्ट्रपति बहुत थक गई थीं। वह मुश्किल से बोल पा रही थीं।” इस दौरान उनके दोनों बच्चे राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा भी उनके साथ थे।
कांग्रेस पर सामंती मानसिकता का आरोप
भाजपा ने पहले भी कई बार कांग्रेस पर सामंती मानसिकता का आरोप लगाया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इंदिरा गांधी की गुजरात यात्रा की एक तस्वीर का उदाहरण देते हुए कांग्रेस को अभिजात्यवादी मानसिकता का हवाला दिया था, जहां इंदिरा गांधी को दुर्गंध के कारण अपनी नाक के पास रूमाल रखना पड़ा था।
राष्ट्रपति मुर्मू का संबोधन
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने अपने भाषण में विमानन और रेलवे क्षेत्रों में सरकार के प्रयासों की सराहना की और कहा कि सरकार कृषि क्षेत्र के आधुनिकीकरण की दिशा में काम कर रही है, जिसका उद्देश्य इसे आत्मनिर्भर बनाना है। उन्होंने डिजिटल धोखाधड़ी और साइबर अपराधों पर भी चिंता व्यक्त की, जो राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए चुनौती बन सकते हैं।